जुबिली पोस्ट ब्यूरो
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के एटा जिले में गंजडुंडवारा क्षेत्र के ग्राम लखापुर में मौसम के मिजाज को बिगड़ता देख किसान सदमे में आ गया। उसे अपनी फसल बर्बाद होने का डर सताने लगा। इसी सदमे में उसकी मौत हो गई। किसान की मौत होते ही परिवार में चीत्कार मच गया।
जगदीश (38) पुत्र मैकूलाल निवासी लखापुर के पास पांच बीघा जमीन है। वह सोमवार को अपने खेत में गेहूं की कटाई करके अपने घर लौट आया। गेहूं की लांक को खेत में एकत्रित कर दिया। देर रात अचानक मौसम का मिजाज बिगड़ने लगा। तेज हवा के साथ बारिश शुरू हो जाने से उसकी आंख खुल गई।
मौसम का रुख देख उसे फसल के बर्बाद होने की चिंता होने लगी। उसने अपनी पत्नी विमला देवी को अवाज लगाई। जब पत्नी जाग गई तो वह उसे कहने लगा कि अब क्या होगा। पूरी रात उसे यह चिंता सताती रही। अचानक उसके सीने में तेज दर्द होने लगा। जब तक परिवारीजन कुछ समझ पाते उसकी मौत हो गई।
किसान की मौत होते ही परिवार में कोहराम मच गया। पत्नी ने बताया कि उनके पति ने गांव के कुछ लोगों से रुपये उधार ले रखे थे। किसान के छह बच्चे हैं जिसमें सबसे बड़ी बेटी 18 साल की है। उसकी पत्नी का बच्चों के पालन पोषण की चिंता सता रही है। वहीं तहसीलदार तिमराज सिंह ने बताया कि किसान की मौत की सूचना तहसील प्रशासन को नहीं दी गई।