स्पेशल डेस्क
लखनऊ। चीन से निकला कोरोना वायरस पूरी दुनिया में तबाही का नया अध्याय लेकर सामने आयी है। चीन ने किसी तरह से कोरोना वायरस पर काबू जरूर कर लिया लेकिन दूसरे देशों में इसका कहर लगातार बढ़ रहा है। यूरोप के देशों के बाद अब भी अमेरिका और ब्रिटेन में भी कोरोना वायरस लगातार फैल रहा है और वहां पर मौत का सिलसिला जारी है। दूसरी ओर भारत में भी कोरोना वायरस प्रकोप कम होने का नाम नहीं ले रहा है।
भारत में कोरोना वायरस के चलते अब तक 239 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि अब भी 7447 लोग इसकी चपेट में है। हालांकि कोरोना वायरस को रोकने के लिए पूरे देश में लॉकडाउन है और इसे आगे बढ़ाया जा सकता है। बात अगर यूपी की जाये तो अब तक 448 लोग कोराना वायरस की चपेट में है जबकि शनिवार को 15 नये मामले भी सामने आ चुका है।
लॉकडाउन जारी रहे या नहीं इसका फैसला तो सरकार करेगी लेकिन यूपी के 79 प्रतिशत लोग अब भी लॉकडाउन को जारी रखने के पक्ष में है। अगर पूरे देश की बात की जाये तो 81 प्रतिशत लोग लॉकडाउन को 14 अप्रैल के बाद भी जारी रखना चाहते है।
लोगों की राय एक एक ऐप के माध्यम से सामने आई है। इस ऐप के माध्यम से लोगों की राय पूछी गई और पोल कराया गया तो पता चल है कि ज्यादातर लोग अब भी मानते हैं कि कोरोना को काबू करना है तो लॉकडाउन का जारी रखे।
इसके आलावा करीब 84 प्रतिशत से अधिक लोगों का कहना है कि ताली बजाने और दिये जलाने जैसी चीजे हर रविवार होनी चाहिए। ऐसा करने से देश की एकता बढ़ेगी और प्रेरणा मिलेगी।
बता दें कि कई राज्यों के सीएम लॉकडाउन को आगे बढ़ाना चाहता है। इस पोल में 72000 से अधिक लोगों ने हिस्सा लिया है।
- 58 प्रतिशत लोगों ने कहा कि लॉकडाउन को 30 अप्रैल तक बढ़ाया जाना चाहिए।
- 19.56 प्रतिशत लोग 15 मई तक और 22.23 प्रतिशत 30 मई तक बढाए जाने के पक्ष में थे।
- हालांकि 17 प्रतिशत लोगों का मानना है कि लॉकडाउन को नहीं आगे नहीं बढ़ाना चाहिए।
- वहीं 4 प्रतिशत लोग ऐसे लोग जो इसपर अपनी राय नहीं रखी है।
पोल में कहा गया है कि देश भर से दो लाख लोगों से लॉकडाउन पर उनकी राय जाननी चाहिए है। उनमें बिहार, छत्तीसगढ़, दिल्ली, हरियाणा, झारखंड, मध्य प्रदेश, राजस्थान व उत्तर प्रदेश के लोगों ने इस ऐप पर अपनी राय रखी है।
कुल मिलाकर मौजूदा हालात में लॉकडाउन को आगे बढ़ाने के लिए कई राज्य तैयार है। कोरोना वायरस को रोकने के लिए अभी और सख्ती करने की जरूरत है। इतना ही नहीं कोरोना वायरस लगातार अपनी जड़े मजबूत कर रहा है।