जुबिली न्यूज डेस्क
इन दिनों ईरान सुर्खियों में है. यहां एक 22 साल की ईरानी महिला की मौत के बाद महिलाएं अपने हिजाब को जला रही हैं और अपने बालों को काट दे रही हैं. ईरान में महिलाओं के खिलाफ कई कानून बेहद कठोर हैं जिसको लेकर उन्हें अक्सर प्रताड़ना झेलनी पड़ती है. आज हम आपको ईरान में महिलाओं से जुड़े ऐसे ही कानूनों के बारे में बताने जा रहे हैं जो बेहद विचित्र हैं.
दरअसल, माहसा अमीनी नाम की महिला को तेहरान से पुलिस ने इसलिए गिरफ्तार कर लिया क्योंकि उसने हिजाब ठीक से नहीं पहना था और उसके बाल दिखाई दे रहे थे.इसके बाद चश्मदीदों का दावा है कि पुलिस ने उसे अपनी वैन में लेजाकर खूब पीटा और उसका सिर वैन से भिड़ा दिया जिससे वो कोमा में चली गई और 3 दिन बाद उसकी मौत हो गई.
पिता बेटी की हो सकती है शादी-
ये बात सुनकर ही मन विचलित हो सकता है मगर ये सच है कि ईरान में एक पिता अपनी गोद ली हुई बेटी से शादी कर सकता है. साल 2013 में ईरान की संसद ने पिता और गोद ली हुई बेटी की शादी पर पाबंदी लगा दी थी मगर ईरान के धर्म गुरुओं को ये कानून मंजूर नहीं था, वो शादी की इजाजत चाहते थे. तब संसद ने नियम बनाया कि शादी सिर्फ एक ही शर्त पर हो सकती है जब कोर्ट का जज उस शादी की इजाजत दे दे.
13 साल की लड़की कर सकती है शादी-
साल 1979 में महिलाओं के शादी की न्यूनतम उम्र 18 साल से कम कर के 13 साल कर दिया गया था. साल 1982 में ये उम्र घटाकर 9 साल कर दिया गया था. यानी 9 साल की लड़की का भी विवाह ईरान में किया जा सकता था. मगर साल 2002 में इस उम्र को फिर बढ़ाकर 13 साल कर दिया गया वहीं लड़कों की उम्र 15 साल है.
पुरुषों और महिलाओं के जीवनसाथी की संख्या-
जहां महिलाएं सिर्फ एक ही शख्स से शादी कर सकती हैं, वहीं पुरुष एक बार में 4 महिलाओं से शादी कर सकते हैं. महिला की शादी पिता या दादा की मंजूरी के बाद ही हो सकती है. वहीं मुस्लिम औरतें गैर-मुस्लिम मर्दों से शादी नहीं कर सकतीं मगर पुरुष यहूदी, ईसाई, और पारसियों से शादी कर सकते हैं.
तलाक में भी है भेदभाव-
एक महिला अपने पति को सिर्फ कोर्ट के जरिए ही तलाक दे सकती है, वो भी तब, जब उसका पति या तो 5 साल और उससे ज्यादा वक्त के लिए जेल में कैद हो, दिमागी रूप से अस्थिर हो, उसे पीटता हो या फिर नशे की लत हो. मगर एक पुरुष अपनी पत्नी को सिर्फ बोलकर ही तलाक दे सकता है.
कपड़े-
महिलाओं को अपने सिर और चेहरे को हिजाब या बुर्के से ढकना जरूरी है, साथ में कंधे से पैरों तक बेहद ढीले कपड़े पहनना जरूरी है. अगर वो ऐसा नहीं करती तो उसे 6 महीने की जेल, जुर्माना या फिर चाबुक से पीटने का नियम है.यात्रा- अगर किसी महिला को विदेश यात्रा करनी है तो उसे अपने पति से इजाजत लेनी पड़ेगी. तभी उसे पासपोर्ट भी मिल सकता है.
संपत्ति पर अधिकार-
पत्नी के मर जाने पर पति के पास उसकी पूरी संपत्ति चली जाती है मगर पति के मर जाने पर पत्नी के पास सिर्फ 1/8 संपत्ति ही जाती है. इसके अलावा बेटों को बेटियों की तुलना में पिता की संपत्ति का दुगना भाग मिलता है.
फुटबॉल देखने की नहीं है अनुमति-
साल 1979 में जब ईरान में इस्लामिक क्रांति हुई तब महिलाओं के स्टेडियम में जाकर फुटबॉल मैच देखने पर बैन लगा दिया गया था. मगर अब फीफा के दबाव के चलते, धीरे-धीरे महिलाओं को छूट दी जा रही है कि वो स्टेडियम में मैच देखें.
डांस-
ईरान में संगीत तो लीगल है मगर महिलाएं पब्लिक प्लेस पर खुलेआम डांस नहीं कर सकतीं. फीमेल आर्टिस्ट सिर्फ महिला ऑडियंस के सामने ही परफॉर्म कर सकती हैं. महिलाओं को म्यूजिक एल्बम लॉन्च करने के लिए सरकार से इजाजत लेनी पड़ती है.