जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा अपने आखिरी मुकाम पर पहुंचने वाली है। उनकी भारत जोड़ो यात्रा को जनता का भी पूरा समर्थन मिल रहा है जबकि विपक्ष के कई नेताओं ने उनकी तारीफ की है।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में ‘भारत जोड़ो यात्रा’ गुरुवार शाम जम्मू में इंट्री कर चुकी है और वहां पर कांग्रेस का जोश देखते ही बनता है।
पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने राहुल गांधी की जमकर तारीफ करते हुए नजर आ रहा है। उन्होंने यहां तक कह दिया कि शंकराचार्य के बाद ऐसी यात्रा निकालने वाले दूसरे व्यक्ति हैं। अब्दुल्ला ने ये भी कहा कि ये ‘राम’ और ‘गांधी’ का देश है।
देश की जानी-मानी न्यूज एजेंसी से खास बातचीत में फारूक अब्दुल्ला ने कहा, कि सदियों पहले शंकराचार्य यहां आए थे। वह तब चले जब सडक़ें नहीं थीं, लेकिन जंगल थे। वह कन्याकुमारी से पैदल चलकर कश्मीर गए थे। राहुल गांधी दूसरे व्यक्ति हैं, जिन्होंने उसी कन्याकुमारी से यात्रा निकाली और कश्मीर पहुंच रहे हैं।
इस दौरान उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की इस यात्रा का एक मकसद है नफरत के खिलाफ देश को एकजुट करना है। यह गांधी और राम का देश है, जहां हम सभी एक हैं। उन्होंने कहा, कि उद्देश्य भारत को एक करना है। भारत में नफरत पैदा की जा रही है और धर्मों को एक-दूसरे के खिलाफ खड़ा किया जा रहा है।
गांधी और राम का भारत वह था जहां हम सब एक थे। यह यात्रा भारत को एक करने का प्रयास कर रही है. इसके दुश्मन भारत, मानवता और लोगों के दुश्मन हैं।
फारूक अब्दुल्ला ने केंद्र शासित प्रदेश में आतंकवाद के बारे में भी बात की। कुल मिलाकर राहुल गांधी की यात्रा से कांग्रेस को फिर से एक नई राह दिखा दी है।
आने वाले दिनों में विधान सभा चुनावों में इसका असर देखने को मिल सकता है लेकिन कांग्रेस का पूरा फोकस है 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव पर। अभी तक विपक्ष के कुछ नेता राहुल गांधी को पीएम का चेहरा मानने को तैयार नहीं है लेकिन उनके यात्रा के बाद उनकी सोच में साफ बदलाव देखने को मिल रहा है।