जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली. संयुक्त किसान मोर्चा ने आने वाली 21 मार्च को देशव्यापी विरोध का फैसला किया है. किसान मोर्चा ने लखीमपुर खीरी काण्ड में सरकार की भूमिका और किसान आन्दोलन के दौरान किसानों को दिए गए वादों के साथ विश्वासघात के मुद्दे पर पूरे देश में प्रदर्शन करने का एलान किया है.
दिल्ली में सोमवार को हुई संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक में किसान नेताओं ने भविष्य की रणनीति तय की. किसान नेताओं ने कहा है कि किसानों का लक्ष्य एक चुनाव तक सीमित नहीं है. किसानों को सरकार ने आश्वस्त किया था कि आन्दोलन के दौरान किसानों के खिलाफ दर्ज सभी मामले वापस लिए जायेंगे. अब तक न तो सभी मुकदमे खत्म हुए हैं और न ही एमएसपी गारंटी क़ानून ही बना है.
भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि सत्ता में कोई भी पार्टी आये लेकिन आन्दोलन तब तक जारी रहेगा जब तक किसानों की मांगें पूरी नहीं हो जातीं. उन्होंने कहा कि सरकार ने तीन कृषि क़ानून वापस ले लिए हैं लेकिन बाकी मांगें तो जहाँ की तहां हैं.
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