जुबिली न्यूज डेस्क
पिछले ढ़ाई माह से देश के किसानों में सरकार के प्रति गुस्सा है। राज्यों में प्रदर्शन कर रहे किसान अब दिल्ली में सरकार के खिलाफ हल्ला बोलने के लिए आना चाह रहे हैं, लेकिन सरकार उनसे बात करने के बजाए उन्हें रोक रही है, उन पर बल प्रयोग कर रही है।
इस मामले में कांग्रेस ने मोदी सरकार को घेरा है। जहां एक तरफ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने किसानों के खिलाफ सरकार के एक्शन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अहंकार बताया तो कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार खरबपति मित्रों के लिए कालीन बिछाती है लेकिन अगर किसान दिल्ली आ रहा है तो उसके रास्ते खोद दिए जा रहे हैं।
बड़ी ही दुखद फ़ोटो है। हमारा नारा तो ‘जय जवान जय किसान’ का था लेकिन आज PM मोदी के अहंकार ने जवान को किसान के ख़िलाफ़ खड़ा कर दिया।
यह बहुत ख़तरनाक है। pic.twitter.com/1pArTEECsU
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 28, 2020
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर निशाना साधा। राहुल ने ट्वीट किया, बड़ी ही दुखद फ़ोटो है। हमारा नारा तो ‘जय जवान जय किसान’ का था, लेकिन आज PM मोदी के अहंकार ने जवान को किसान के ख़िलाफ़ खड़ा कर दिया।
भाजपा सरकार में देश की व्यवस्था को देखिए
जब भाजपा के खरबपति मित्र दिल्ली आते हैं तो उनके लिए लाल कालीन डाली जाती है।
मगर किसानों के लिए दिल्ली आने के रास्ते खोदे जा रहे हैं।
दिल्ली किसानों के खिलाफ कानून बनाए वह ठीक, मगर सरकार को अपनी बात सुनाने किसान दिल्ली आए तो वह गलत? pic.twitter.com/rm7CFmaWAL
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) November 28, 2020
वहीं प्रियंका गांधी ने कहा कि बीजेपी सरकार में देश की व्यवस्था को देखिए। जब बीजेपी के खरबपति मित्र दिल्ली आते हैं तो उनके लिए लाल कालीन डाली जाती है। मगर किसानों के लिए दिल्ली आने के रास्ते खोदे जा रहे हैं। दिल्ली किसानों के खिलाफ कानून बनाए वह ठीक, मगर सरकार को अपनी बात सुनाने किसान दिल्ली आए तो वह गलत?
नए कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ किसान दिल्ली और हरियाणा के सिंघु बॉर्डर पर अभी भी डटे हुए हैं। #FarmersProtest pic.twitter.com/O2QmCsEFog
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 28, 2020
कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों ने टिकरी और सिंघु बॉर्डर पर अपना डेरा बनाया हुआ है। हालांकि पंजाब से दिल्ली आए किसानों को बुराड़ी के निरंकारी मैदान पर प्रदर्शन की अनुमति दी गई है। जहां उनके ठहरने और अन्य सुविधाओं की व्यवस्था की है। दिल्ली टिकरी और सिंघु बॉर्डर पर किसान अभी भी जमे हुए है। हालांकि कुछ किसान रात भर में मैदान में भी आ चुके हैं।
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किसान आंदोलन के मोर्चे पर डटे हुए हैं। पंजाब से आए एक किसान ने कहा कि हमारा विरोध तब तक जारी रहेगा जब तक कि कृषि कानूनों को वापस नहीं लिया जाता है। हम यहां लंबी लड़ाई के लिए जुटे हैं. एक अन्य किसान ने कहा कि हम पीछे हटने वाले नहीं हैं. हम छह महीने का राशल लेकर आए हैं। हमारा आंदोलन जारी रहेगा।