जुबिली न्यूज डेस्क
ट्रैक्टर रैली में दम दिखाने के बाद किसान आज एक बार फिर सरकार के साथ बातचीत की टेबल पर होंगे। भारत सरकार और किसान संगठनों के बीच आज कृषि कानून को लेकर चर्चा होनी है, जिन दो मुद्दों का समाधान निकलना बाकी है उनपर आज कुछ हल होने के आसार हैं। बातचीत से पहले बीते दिन किसानों ने एक बड़ी ट्रैक्टर रैली निकालकर आंदोलन को लेकर अपने हौसले सरकार के सामने जता दिए।
इस बीच नानकसर सम्प्रदाय के जुड़े बाबा लक्खा सिंह ने केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर से मुलाकात की। किसानों और सरकार के बीच मध्यस्थता के लिए उन्होंने कृषि मंत्री को प्रस्ताव दिया। बाबा लक्खा सिंह ने दावा किया कि केंद्रीय कृषि मंत्री उनसे बातचीत के दौरान रो पड़े। उन्होंने कहा कि सरकार ने बड़े ध्यान से दो घंटे तक हमारी बात सुनी।
वहीं कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा है कि जब कानूनों के हर क्लॉज पर बात होगी तो समाधान निकलेगा। सरकार कानूनों में बदलाव के लिए तैयार है। हमें नतीजा निकलने की उम्मीद है। वहीं, किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि उम्मीद है कि आज की बैठक में समाधान निकलेगा, नहीं तो किसान आगे भी आंदोलन जारी रखेंगे।
राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ के यूथ विंग के अध्यक्ष अभिमन्यु का कहना है कि सरकार को तीनों कानून तो वापस लेने ही होंगे और एमएसपी गारंटी कानून बनाना पड़ेगा। चाहे अब बनाएं या बाद में बनाएं। अगर सरकार जल्दी कोई फैसला नहीं लेती तो यह आन्दोंलन और तेज होगा।
कल सभी ने रिहर्सल देख ली होगी और यह आंदोलन सिर्फ कुछ लोगों का नहीं पूरे देश का आंदोलन है। आज की जो मीटिंग है, हम सकारात्मक सोच के साथ जाएंगे। पहले भी हम खुले मन से और सकारात्मक सोच से आए थे, लेकिन सरकार टालमटोल कर रही है।
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भारतीय किसान यूनियन सिद्धूपुर पंजाब के स्टेट अध्यक्ष जगजीत सिंह ढल्लेवाल का कहना है कि हम उम्मीद लेकर जा रहे हैं कि सरकार कुछ ना कुछ जरूर करेगी, क्योंकि काफी लंबा हो गया है और जो कल हमारी ट्रैक्टर परेड थी, वह भी काफी सफल रही है। सरकार को समझ में आ गया होगा कि किसान एकजुट है और अपने आंदोलन को लेकर के पीछे हटने वाला नहीं है। तीनों कानून वापस हो और एमएसपी गारंटी कानून बने, इससे कम कुछ होगा नहीं। चाहे कितना भी लंबा संघर्ष करना पड़े।
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बता दें कि शुक्रवार को होने वाली बातचीत से पहले गुरुवार को किसानों ने दिल्ली से सटी सीमाओं में अपनी ताकत दिखाई। हजारों की संख्या में ट्रैक्टरों का मार्च निकालकर किसानों ने 26 जनवरी की परेड का टीजर दिखाया. किसान नेताओं का कहना है कि हम 26 जनवरी को इससे भी बड़ी ट्रैक्टर निकालेंगे, साथ ही अगर सरकार नहीं मानती है तो वो 2024 तक आंदोलन चलाने को तैयार हैं।
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