जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली. कृषि कानूनों की वापसी के बाद दिल्ली बॉर्डर पर पिछले एक साल से जमे किसानों की वापसी भी शुरू हो गई है. किसानों ने शनिवार की दोपहर से अपने घरों की ओर लौटना शुरू कर दिया था. यह सिलसिला रविवार को भी दिन भर जारी रहा और आज सोमवार को भी बड़ी संख्या में किसान अपने घरों को वापस लौटे हैं.
दिल्ली बॉर्डर से किसानों के हटने का सिलसिला तेज़ी से जारी है लेकिन बॉर्डर पर किसानों की संख्या इतनी ज्यादा थी कि अचानक से बॉर्डर पूरी तरह से खाली भी नहीं हो सकता. बॉर्डर पर चल रही हलचल से महसूस हो रहा है कि 15 दिसम्बर की शाम तक दिल्ली बॉर्डर पूरी तरह से खाली हो जायेगा. किसान नेता राकेश टिकैत 15 दिसम्बर को ही अपने घर की वापसी करेंगे. फिलहाल वह दूरदराज़ के किसानों की वापसी में मदद कर रहे हैं.
गाज़ियाबाद के एसपी ट्रैफिक रामानन्द कुशवाहा ने लोगों से कहा है कि वह थोड़ा धैर्य और रखें. सड़क जब किसानों से पूरी तरह से खाली हो जायेगी तो नेशनल हाइवे-24 को आम लोगों के लिए खोल दिया जायेगा. उन्होंने बताया कि किसानों की वापसी का सिलसिला जारी है. अभी सड़क पूरी तरह से खाली होने में थोड़ा वक्त लगेगा.
उधर राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के परियोजना निदेशक अरविन्द कुमार का कहना है कि नेशनल हाइवे को खोलने में अभी 15 से 20 दिन का वक्त लग सकता है. रास्ता खोलने से पहले सड़क की मरम्मत करनी होगी. फ्लाईओवर को भी ठीक करना होगा. उन्होंने बताया कि किसानों के जाने के बाद हम उस जगह का निरीक्षण करेंगे. जहाँ मरम्मत की ज़रूरत होगी वहां मरम्मत करवाएंगे. उसके बाद रास्ता खोल दिया जायेगा.
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