जुबिली न्यूज़ डेस्क
मध्यप्रदेश के देवास जिले में एक महिला ने शासकीय भूमि पर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान खुद को आग लगाकर आत्मदाह का प्रयास किया। बताया गया है कि महिला 20 फीसदी झुलस गई। उसे इलाज के लिए इंदौर रेफर किया गया है।
प्रशासनिक टीम की ओर से बताया गया है कि इस विवाद के दौरान उन पर पथराव किया गया जिसके कारण पटवारी किशाेर चावरे के कान में गंभीर चोट आने से उन्हें सुनाई देना बंद हो गया। राजस्व निरीक्षक राजेंद्र धुर्वे और एक अन्य पटवारी दिलीप जाट को भी चोट आई। मामले में सतवास पुलिस ने 11 लोगों के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा, बलवा सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज किया।
यह भी पढ़ें : सुशांत केस में मुंबई पुलिस किसे बचा रही है ?
वहीं अतवास निवासी महिला के पति रमजान का कहना है कि मेरे खेत में सोयाबनी की फसल खड़ी है। खेत से कुछ अधिकारी जेसीबी लेकर मेरे खेत से सीधी सड़क निकाल रहे थे। मैं मैडम के पास फरियाद लेकर सतवास गया था कि आप कार्रवाई को रुकवाइए।
मेरे घर पहुंचने के पहले मेरी पत्नी ने पेट्रोल डालकर खुद को आग लगा ली। वे अतिक्रमण के बहाने खड़ी फसल बर्बाद कर रहे थे। पत्नी और परिजन ने इस बात का विरोध किया। प्रशासन ने नहीं सुनी तो पत्नी ने यह कदम उठा लिया।
कमलनाथ ने ट्वीट कर सीएम शिवराज पर साधा निशाना
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने घटना का वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा कि, बेहद दुःखद तस्वीर…जो खुद को मामा कहलवाते है , उनके राज में आज एक बहन खुद को आग के हवाले कर रही है।
देवास ज़िले के सतवास में खड़ी फसल पर जेसीबी चलवाने का विरोध करते हुए एक बेबस महिला ने खुद को आग के हवाले कर दिया।
मै सरकार से माँग करता हूँ कि पूरे मामले की जाँच करवाकर दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही हो , घायल महिला का संपूर्ण इलाज सरकार करवाये , पीड़ित परिवार की हर संभव मदद हो।
यह भी पढ़ें : 50 कत्ल के बाद उसने गिनना छोड़ दिया था
यह भी पढ़ें : यह हमारे धैर्य और संयम की परीक्षा का समय है