जुबिली न्यूज़ डेस्क
भारत के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का सोमवार शाम को निधन हो गया। वह 84 वर्ष के थे। मुख़र्जी को 10 अगस्त को सेना के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। करीब 21 दिन तक वो कई बिमारियों से संघर्ष करते रहे। उनकी छवि देश के बहुत ही दूरदर्शी और सम्मानित नेताओं में से एक थे। इसलिए उनके निधन पर देश ही नहीं बल्कि विदेश के हस्तियों ने भी दुःख जताया है।
सियासत के शिखर पुरूष प्रणब मुखर्जी को आज आखिरी विदाई दी जाएगी। दोपहर 2.30 बजे दिल्ली के लोधी श्मशान घाट पर उनका अंतिम संस्कार होगा। दोपहर 12 बजे तक अंतिम दर्शन के लिए उनका पार्थिव शरीर रखा जाएगा।
विश्व के कई नेताओं ने सोमवार को भारत के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि एक सच्चा मित्र खो दिया है जिन्होंने उनके देशों के साथ भारत के संबंधों को मजबूती प्रदान करने में काफी योगदान दिया। इसमें बांग्लादेश, रूस नेपाल और श्रीलंकाई प्रधानमंत्री शामिल है।
बांग्लादेश के राष्ट्रपति अब्दुल हामिद और प्रधानमंत्री शेख हसीना ने मुखर्जी के निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने प्रणव को एक ‘सच्चा मित्र’ बताते हुए देश के 1971 मुक्ति संग्राम में उनके ‘उल्लेखनीय एवं न भूलने वाले’ योगदान को याद किया।
हामिद ने मुखर्जी को बांग्लादेश का ‘सच्चा और ईमानदार मित्र’ बताते हुए कहा, ‘उनके निधन से उपमहाद्वीप के राजनीतिक राजनीतिक क्षेत्र को एक अपूरणीय क्षति हुई है।’ मुखर्जी ने बांग्लादेश के 1971 मुक्ति संग्राम के लिए अंतरराष्ट्रीय समर्थन जुटाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी।
वहीं बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने कहा, ‘मैं भारत के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन से बहुत दुखी हूं। इस दुख की घड़ी में मेरे विचार और प्रार्थनाएं परिवार के सदस्यों के साथ व्यक्त करती हूं।’
रूस के राष्ट्रपति व्लादिर पुतिन ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र भेजा है। इस पत्र में उन्होंने मुखर्जी के निधन पर दुख व्यक्त किया। पुतिन ने कहा, ‘पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन पर मेरी गहरी संवेदना स्वीकार करें। रूस के एक सच्चे मित्र के तौर पर उन्होंने हमारे देशों के संबंधों को मजबूती प्रदान करने में अपना व्यक्तिगत योगदान दिया।’
श्रीलंकाई प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे ने भी मुखर्जी के निधन पर दुख व्यक्त किया। भारत में अमेरिका के राजदूत केन जस्टर ने भी मुखर्जी के निधन पर दुख व्यक्त किया। साथ ही मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह और अफगान नेता अब्दुल्ला अब्दुल्ला ने भी ट्वीट करके मुखर्जी के निधन पर दुख जताया।