जुबिली न्यूज़ डेस्क
राजधानी दिल्ली में गणतंत्र दिवस के दिन ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा के बाद से ऐसा कयास लगाये जाने लगे थे कि हो सकता हो अब किसान संगठन बैकफुट पर आ जाए लेकिन हुआ इसका उल्टा। किसान नेता राकेश टिकैत के इमोशनल कार्ड ने एक बार फिर किसान आन्दोलन को खड़ा कर दिया।
यही नहीं इससे आन्दोलन को जो ताकत मिली उससे ये आंदोलन और मजबूत होता हुआ दिखाई दे रहा है। हालात ये हो गये हैं कि पंचायतों का दौर शुरू हो गया है। जिनका मुख्य उद्देश ही किसान आन्दोलन को धार देना है।
एक तरफ जहां फिर से किसान राजधानी दिल्ली की तरफ कूच कर रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ दिल्ली पुलिस ने भी किसानों को अंदर आने से रोकने के लिए और सख्त तैयारियां कर दी है। दिल्ली पुलिस ने गाजीपुर बॉर्डर को किले में तब्दील कर दिया है। किसानों की बढती संख्या को देखते हुए गाजीपुर बॉर्डर पर रातोरात 12 लेयर की बैरिकेडिंग कर दी गई है।
साथ ही यहां पर नुकीले तार भी लगाए गए हैं।एनएच 24 को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। इसके अलावा नोएडा सेक्टर 62 से अक्षरधाम जाने वाले रास्ते को भी पूरी तरह बंद किया गया है।
वहीं किसान नेता राकेश टिकैत का किसानों का हौसला बढ़ाते हुए एक ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा कि, किसी को हताश होने की जरूरत नहीं,किसान को कमजोर होने की जरूरत नहीं, षड्यंत्र था उस षड्यंत्र से किसान निकल चुका है एक षड्यंत्र था किसानों का मनोबल डाउन करने का, किसानों का मनोबल कम नहीं होगा किसान मजबूती के साथ लड़ेगा, किसान जीत के जाएगा किसान हार के नहीं जाएगा, किसान जीतेगा ।
इससे पहले उन्होंने कहा था कि प्रधानमंत्री ने जो कहा है, हम उसका स्वागत करते हैं, हमारी तो बस यही मांग है कि तीनों काले कानून वापस लिए जाएं और एमएसपी पर कानून बनाया जाए। इसके साथ ही उन्होंने हरियाणा में इंटरनेट की पाबंदी की आलोचना भी की है।
वहीं दूसरी तरफ बजट सत्र शुरू हो चुका है ऐसे में पुलिस को ये आशंका है कि एक फरवरी को बजट सत्र के दौरान किसान एक बार फिर से दिल्ली की तरफ कूच कर सकते हैं। इसी वजह से बॉर्डर पर 12 लेयर की बैरिकेडिंग की गई है।ताकि किसान दिल्ली की ओर कूच ना कर सकें। गाजीपुर बॉर्डर पर यह बैरिकेडिंग दिल्ली पुलिस की तरफ से की गई है।
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बता दें कि गाजीपुर बॉर्डर पर कृषि कानून के खिलाफ आन्दोलन करते हुए दो महीने से ज्यादा का समय बीत चुका है। 26 जनवरी को दिल्ली के लाल किले पर हुई घटना के बाद से किसान वापस जा रहे थे।
उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से भी गाजीपुर बॉर्डर को खाली कराने का आदेश दिया गया था। लेकिन किसान नेता राकेश टिकैत के आह्वान पर एक बार फिर गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों का जमावड़ा लगना शुरू हो गया है।दिल्ली-गाजीपुर बॉर्डर पर दूर-दूर तक एक बार फिर ट्रैक्टर ट्रॉली ही नजर आने लगे हैं।