न्यूज डेस्क
राजस्थान के विधान सभा चुनाव में कर्ज माफ़ी के मुद्दे को लेकर सत्ता में आई कांग्रेस सरकार किसान की आत्महत्या के मामले में घिरती नजर आ रही है। दरअसल यहां श्री गंगानगर जिले में किसान ने आत्महत्या कर ली। किसान ने आत्महत्या करने से पहले दो पन्नों का सुसाइड नोट भी लिखा जिसमें उसने प्रदेश के मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री को जिम्मेदार ठहराया है।
जानकारी के अनुसार राजस्थान के श्रीनगर में 45 वर्षीय किसान सोहन लाल ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। मिले सुसाइड नोट में किसान ने अपनी मौत का जिम्मेदार सीएम अशोक गहलोत और उप सीएम सचिन पायलट को बताया है उसने अपनी मौत के लिए सीएम के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की बात भी कही है। वहीं इस मामले में श्री गंगानगर के एसडीएम का कहना है किसान ने किसी के दबाव में यह कदम उठाया है।
एसडीएम संदीप कक्कड़ ने कहा, वह डिफॉल्टर नहीं था और समय से अपना कर्ज चुका रहा था। बता दें कि किसान सोहन लाल मेघवाल ने सूइसाइड से पहले फेसबुक पर एक लाइव भी किया और दो पन्नों का एक सूइसाइड नोट भी छोड़ा है। वहीं रायसिंह नगर पुलिस थाना अधिकारी किशन सिंह ने कहना है कि पुलिस अभी मामले की जांच कर रही है। जांच पूरी होने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
वहीं, किसान की आत्महत्या का फायदा उठाते हुए बीजेपी ने कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा है। भाजपा विधायक दल के नेता गुलाब चंद कटारिया ने इस मामले में गहलोत और पायलट के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग करते हुए कहा कि सत्ता में आने से पहले इन लोगों ने दस दिन में कर्जा माफ करने की बात कही थी, लेकिन अब तक कर्ज माफी नहीं हो रही है। इस कारण किसान आत्महत्या कर रहे है।
राष्ट्रीयकृत बैंकों की कर्ज माफी प्रकिया लंबी
राज्य के परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कटारिया पर राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार सहकारी बैंकों का कर्ज माफ कर रही है। राष्ट्रीयकृत बैंकों का कर्ज माफ करने की प्रक्रिया लंबी होती है, लेकिन सभी किसानों का कर्ज माफ किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि किसान सोहन लाल ने आत्महत्या किस कारण की इसकी जांच पुलिस कर रही है।
इतने किसानो का कर्ज किया माफ़
प्रदेश में सत्ता में आने के कुछ घंटों के बाद से ही कांग्रेस ने अपने वादे के मुताबिक किसानों के फसल ऋण माफ करने की घोषणा कर दी थी। लोकसभा चुनाव के शुरू होने के पहले तक प्रदेश के 21.06 लाख किसानों का करीब 13,000 करोड़ रुपये फसल ऋण माफ किए जा चुका हैं।