न्यूज डेस्क
फेसबुक ने पोलिंग से जुड़ी सूचनाएं शेयर करने पर इजराइली प्रधानमंत्री नेतन्याहू का फेसबुक चैटबॉट बंद कर दिया। नेतन्याहू पर फेसबुक ने हफ्ते भर के अंदर यह दूसरी बार कार्रवाई की है। इस बार नेतन्याहू का चैटबॉट ‘स्थानीय कानूनों के उल्लंघन’ के लिए बंद किया गया है। चैटबॉट एक मैसेजिंग टूल है जिसके जरिये मास लेवल पर संदेश भेजा जा सकता है।
खबरों की माने तो फेसबुक ने चुनाव के दिन की याद दिलाने के लिए नेतन्याहू के चैटबॉट को बंद कर दिया है। नेतन्याहू के अकाउंट से इस टूल की मदद से अवैध तौर पर चुनाव से जुड़ी सूचनाओं को साझा किया था।
फेसबुक के प्रवक्ता ने कहा, ‘हम दुनियाभर में चुनाव अधिकारियों के साथ मिलकर चुनाव की शुचिता बनाए रखने के लिए काम कर रहे हैं। हमारी नीति स्पष्ट तौर पर कहती है कि हमारे एप्लीकेशन जहां पर भी उपलब्ध हैं वहां के स्थानीय कानून का पालन किया जाए।’
फेसबुक के प्रवक्ता ने कहा कि हमारी नीतियों के कारण हमने स्थानीय कानून का उल्लंघन करने के लिए पीएम नेतन्याहू के चैटबॉट को बंद कर दिया है। फेसबुक प्रवक्ता के मुताबिक, यह मंगलवार रात 10 बजे मतदान खत्म होने तक बंद रहेगा।
इससे पहले पिछले गुरुवार को भी नेतन्याहू के आधिकारिक पेज द्वारा संचालित चैटबॉट को बंद कर दिया था। फेसबुक के मुताबिक, पिछली बार ‘घृणित भाषण नीति’ का उल्लंघन करने के लिए यह कार्रवाई की गई थी।
उनके अकाउंट से एक मैसेज जारी हुआ था, जिसमें कहा गया था कि अरब के नेता हम सबको मिटाना चाहते हैं। इस मैसेज के ब्रॉडकास्ट होने के बाद विरोध हुआ और फेसबुक ने उस चैटबॉट को बंद कर दिया था।
हालांकि, बाद में उनका प्रचार करने वाली कंपनी ने कहा था कि वह मैसेज गलती से प्रसारित हो गया। उसे नेतन्याहू ने नहीं प्रसारित करवाया था। नेतन्याहू ने भी एक रेडियो इंटरव्यू में कहा था कि गुरुवार को वह मैसेज प्रचार कर्मचारियों की गलती से प्रसारित हुआ था। मेरे अरब में कई दोस्त हैं और मैं सबका सम्मान करता हूं।
हालांकि, इजराइली प्रधानमंत्री का विवादों से नाता नया नहीं है। उनपर चुनाव जीतने और सत्ता में बने रहने के लिए नस्लवाद फैलाने का आरोप है। 2015 के चुनाव में भी नेतन्याहू ने अरब के लोगों के खिलाफ बयान दिए थे, जिसकी दुनिया भर में निंदा हुई थी।