जुबिली स्पेशल डेस्क
मणिपुर में फिर से हिंसा होने की खबर आ रही है। बताया जा रहा है कि ताजा हिंसा मणिपुर के बिष्णुपुर में हुई है। इस हिंसा में एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत की खबर है। तीन लोगों की मौत का दावा स्थानीय लोगों ने भी किया है।
इस पूरे मामले पर मैतेई समुदाय ने हिंसा का आरोप लगाया है। हमले का आरोप कुकी समुदाय के लोगों पर लगा है। मारे गए तीन लोगों में से दो लोगों का सिर धड़ से अलग कर दिया गया है।
ऐसे में एक बार फिर मणिपुर में हिंसा भडक़ने से स्थिति फिर से खराब हो गई है। इस वजह से मणिपुर के अलग-अलग इलाकों में अब भी हिंसा जारी है। वहीं जातीय संघर्ष से प्रभावित मणिपुर में भीड़ द्वारा पुलिस शस्त्रागार में घुसकर हथियार और गोला-बारूद लूटने की बात भी सामने आ चुकी है।
पुलिस महानिदेशक राजीव सिंह ने शुक्रवार को कहा कि लूटपाट की घटना में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने आगे कहा, हालांकि पूर्वोत्तर राज्य धीरे-धीरे सामान्य स्थिति की ओर लौट रहा है, लेकिन हिंसा की कुछ छिटपुट घटनाएं हो रही हैं।
मीडिया से बात करते हुए सिंह ने कहा, ‘हथियारों की लूट में शामिल किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा. अपराधियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।’ भीड़ ने बिष्णुपुर जिले के नारानसीना स्थित द्वितीय इंडिया रिजर्व बटालियन (आईआरबी) के मुख्यालय में घुसकर एके और ‘घातक’ शृंखला की राइफल तथा विभिन्न बंदूकों की 19 हजार से अधिक गोलियां (बुलेट्स) लूट लीं।
ऐसे में मणिपुरा के हालात अब भी खराब है। पुलिस और सुरक्ष बल किसी भी तरह से स्थिति को काबू करने के लिए जोर लगा रहे हैं लेकिन अभी तक शान्ति बहाल नहीं हो पाई है। बताया जा रहा है कि भीड़ ने 3 मई को विभिन्न राइफलों की 19,000 राउंड से अधिक गोलियां, एके सीरीज की एक असॉल्ट राइफल, तीन ‘घातक’ राइफल, 195 सेल्फ-लोडिंग राइफल्स, पांच एमपी-4 बंदूक, 16.9 एमएम की पिस्तौल, 25 बुलेटप्रूफ जैकेट, 21 कार्बाइन, 124 हथगोले सहित अन्य हथियार लूट लिए।