जुबिली न्यूज़ डेस्क
अक्सर हम ये सुनते आयें हैं कि अच्छी सेहत के लिए खूब पानी पीना चाहिए। पर अब यह धारणा पुरानी हो चुकी है। एक शोध के अनुसार, अगर इंसान जरूरत से ज्यादा पानी पीता है तो उसकी किडनी और दिल पर अत्यधिक दबाव पड़ता है।
इससे जरूरी डाइजेस्टिव एंजाइम्स काम करना बंद कर देते हैं और पाचन संबंधी समस्याएं भी होने लगती हैं। दरअसल ये बातें उस समय से ज्यादा प्रचलित हैं जब लोग सेहत को लेकर इतने जागरूक नहीं हुआ करते थे।
जूस, लस्सी, छाछ, शेक और ग्रीन टी जैसे तरल पदार्थों का सेवन नहीं करते थे, पर बदलते समय के साथ ही ऐसी चीज़ें लोगों के खानपान का हिस्सा बन चुकी हैं। इनके जरिए शरीर को पर्याप्त मात्रा में पानी मिल जाता है और हमें एक्स्ट्रॉ एफर्ट करके पानी पीने की जरूरत नहीं होती।
आमतौर पर खिलाड़ी और एथलीट बहुत ज्यादा पानी पीते हैं। इसलिए उन्हें पानी की अधिकता से होने वाली स्वास्थ्य समस्याएं परेशान कर सकती हैं। सामान्यतः किसी भी स्वस्थ व्यक्ति के लिए रोजाना 8-10 ग्लास पानी पर्याप्त होता है। वैसे, हमारा शरीर अपने लिए पानी की जरूरत प्यास के जरिए खुद बताता है इसलिए जितनी प्यास हो उतना ही पानी पिएं।
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अधिक मात्रा में पानी पीने से शरीर को कोई लाभ नहीं होता। पेट के सभी रोग कब्ज, एसिडिटी जैसी पाचक अग्नि की मंदता के कारण उत्पन्न होते हैं। इन रोगों में पाचक अग्नि को बढ़ाकर ही इन रोगों से मुक्ति पाई जा सकती है।
ऐसे में अग्नि के प्रबल विरोधी जल का अत्याधिक प्रयोग, कैसे हमारे अग्नि बल को बढ़ाएगा और कैसे हमें इन बीमारियों से मुक्ति दिलाएगा? इन रोगों में क्षणिक लाभ के लिए लिया गया अत्याधिक पानी ही, पेट के इन सामान्य रोगों को कभी ना ठीक होने वाले असाध्य रोग बना देता है। इसलिए बहुत ज्यादा पानी पीना सही नहीं।