जुबिली स्पेशल डेस्क
लोकसभा चुनाव का चार चरण हो चुका है और अब तीन चरण के बाद नई सरकार का गठन हो जायेगा।
ऐसे में बचे हुए तीन चरणों के लिए राजनीतिक दलों में पूरी ताकत झोंक दी है। बीजेपी और कांग्रेस के बीच कांटे का मुकाबला कहा जा रहा है।
बीजेपी और कांग्रेस की तरफ से अपने-अपने दावे किये जा रहे हैं। बीजेपी का रही है कि दिल्ली में उसकी सरकार बनेगी और मोदी देश के प्रधानमंत्री तीसरी बार बनेंगे।
दूसरी तरफ इंडिया गठबंधन भी अपनी सरकार बनने का दावा कर रही है। छोटे-छोटे दलों को अपने साथ रख कर चल रही है।
इतना ही नहीं ममता बनर्जी को लेकर भी कांग्रेस अभी से सतर्क हो गई और उनके खिलाफ किसी तरह की बयानबाजी नहीं कर रही है। हालांकि बंगाल में दोनो की राह अलग अलग है। ममता बंगाल में अकेले चुनाव लड़ रही और उनका सीधा मुकाबला कांग्रेस और लेफ्ट से है। हालांकि ममता ने साफ कर दिया है। दरसल ममता बनर्जी ने अपना स्टैंड क्लीयर रखा है कि बंगाल कांग्रेस से उनकी लड़ाई है, लेकिन दिल्ली में वो इंडिया गठबंधन के साथ हैं। इसके साथ उन्होंने ये भी एलान किया है कि दिल्ली में इंडिया गठबंधन के सरकार के गठन में वह मदद करेंगी और सरकार को बाहर से समर्थन देंगी।
ममता बनर्जी के इस बयान के बाद कांग्रेस भी काफी अलर्ट हो गई है और उनके खिलाफ किसी इसी तरह के बयान देने से बस्ती भी नजर आ रही है।
खरगे ने तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी के बयान का समर्थन किया और बंगाल कांग्रेस के अध्यक्ष अधीर चौधरी को भी इस बारे में बता दिया गया है। कांग्रेस को यह लगता है अगर उसकी सरकार बनती है तो उसे ममता के समर्थन की जरूरत पड़ेगी। इस वजह से कांग्रेस ममता बनर्जी को लेकर अलर्ट है और उनके समर्थन को देखते हुए अपना सारा विकल्प खुला रखा है।