पॉलिटिकल डेस्क।
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू शनिवार को ईवीएम की शिकायत लेकर नई दिल्ली पहुंचे। उन्होंने चुनाव आयोग के अधिकारियों से मुलाकात कर गुरुवार को पहले चरण के दौरान कथित तौर पर भारी संख्या में खराब हुई ईवीएम के बारे में बात की। लेकिन आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू को चुनाव आयोग ने सभी सवालों का जवाब देते हुए चुप करा दिया है।
बता दें कि नायडू ने गुरुवार को पहले चरण की वोटिंग के दौरान ही चुनाव आयोग से अपील की थी कि कुछ पोलिंग स्टेशनों पर फिर से मतदान करवाया जाए। उनका आरोप है कि कई पोलिंग बूथों पर ईवीएम मशीनों में गड़बड़ी हुई।
सीएम नायडू ने चुनाव आयोग पर सरकार के इशारे पर काम करने का आरोप भी लगाया है. उनका कहना है कि, चुनाव आयोग प्रधानमंत्री मोदी और सरकार के इशारे पर काम कर रहा है, जबकि आयोग एक स्वतंत्र संस्था है, नायडू का आरोप है कि ‘चुनाव आयोग उनका सहयोग नहीं कर रहा।
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के सवाल और EC के जवाब
Q. 1- मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने पूछा कि आंध्र प्रदेश में विशेष पर्यवेक्षक क्यों भेजे गए ?
उत्तर- चुनाव आयोग ने बताया कि राज्य की अंदरुनी रिपोर्ट मिलने के बाद आयोग ऐसा करता है। बंगाल और अन्य राज्य में भी विशेष पर्यवेक्षक भेजे गए है।
Q. 2- मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने आयोग से फिर से 50 प्रतिशत मतों का वीवीपैट मिलान की मांग की।
उत्तर- इस पर आयोग ने सुप्रीम कोर्ट का फैसला उन्हें थमा दिया।
Q. 2- सीएम नायडू ने दावा किया कि वीवीपैट में प्रयोग किए जाने वाला पेपर रोल कुछ ही दिनों में गल जाता है।
उत्तर- इस पर आयोग ने बताया कि मशीन में प्रयोग किए जाने वाला यह रोल पेपर करीब पांच वर्ष तक चल सकता है।