जुबिली न्यूज डेस्क
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को साल 2023-24 के लिए देश का बजट पेश किया. यह मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का आखिरी पूर्ण बजट है. वित्त मंत्री ने बजट में टैक्स कटौती समेत तमाम बडे़ ऐलान किए. अब 7 लाख रुपए तक की सालाना आय पर कोई टैक्स नहीं लगेगा. इतना ही नहीं निर्मला सीतारमण ने महिलाओं और वरिष्ठ नागरिकों को बड़ी सौगात दी.
बुनियादी सवालों के जवाब बाकी रह गए- शशि थरूर
बजट को लेकर तमाम वर्गों की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही है. कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कुछ सवाल उठाए हैं तो वहीं बीजेपी नेताओं ने इसे इसकी तारीफ की है. थरूर ने कहा कि बजट में कुछ चीजें अच्छी थी मैं इसे पूरी तरह नकारात्मक नहीं कहूंगा, लेकिन अभी भी कई सवाल उठते हैं. बजट में मनरेगा का कोई जिक्र नहीं था. सरकार मजदूरों के लिए क्या करने जा रही है? बेरोजगारी, महंगाई की बात भी नहीं की गई.
बजट पर जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि मध्यम वर्ग को मदद दी गई है, सबको कुछ न कुछ दिया गया है.
कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने बजट में टैक्स कटौती का स्वागत किया है. उन्होंने कहा कि टैक्स में किसी भी तरह की कटौती का स्वागत है. लोगों के हाथ में पैसा देना अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने का सबसे अच्छा तरीका है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, बजट का एक बड़ा हिस्सा राष्ट्रपति के अभिभाषण और आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट की पुनरावृत्ति है.
अखिलेश ने साधा निशाना
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट कर लिखा, “बीजेपी अपने बजट का दशक पूरा कर रही है पर जब जनता को पहले कुछ न दिया तो अब क्या देगी? भाजपाई बजट महंगाई और बेरोजगारी को और बढ़ाता है. किसान, मजदूर, युवा, महिला, नौकरीपेशा, व्यापारी वर्ग में इससे आशा नहीं निराशा बढ़ती है क्योंकि ये चंद बड़े लोगों को ही लाभ पहुंचाने के लिए बनता है.”
बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट करके केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि, “इस वर्ष का बजट भी कोई ज्यादा अलग नहीं. पिछले साल की कमियां कोई सरकार नहीं बताती और नए वादों की फिर से झड़ी लगा देती है जबकि जमीनी हकीकत में 100 करोड़ से अधिक जनता का जीवन वैसे ही दाव पर लगा रहता है जैसे पहले था। लोग उम्मीदों के सहारे जीते हैं, लेकिन झूठी उम्मीदें क्यों?
RJD सांसद मनोज झा
RJD सांसद मनोज झा ने बजट को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि, मैंने वित्त मंत्री को कई बार कहा है कि जब भी बजट बनाए तो अनुच्छेद 39 को देख लें. संविधान से आंखें मूंद कर स्तुति गान वाला बजट बनाते हैं तो कुछ हासिल नहीं होगा. रोजगार के लिए आपने गोल-गोल बातें की. ये बजट खास लोगों का खास लोगों द्वारा खास तरह से बनाया बजट है.
ये बजट अमृतकाल का रोडमैप- प्रह्लाद पटेल
केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल ने बजट को अमृतका का रोडमैप बताया है. उन्होंने कहा कि मुझे लगता है अमृतकाल में ये हमारा रोडमैप है, हम दुनिया में अपनी अर्थव्यवस्था को 10वें से 5वें स्थान पर ले आए इससे बेहतर और कुछ नहीं हो सकता.