जुबिली न्यूज़ डेस्क
लखनऊ. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के लक्सा मंगलेश्वर महादेव मिसिर पोखरा मंदिर में जो दृश्य इन दिनों देखने को मिल रहा है उसे देश के हर धर्मस्थल को अपनाने की ज़रूरत है. पूरी दुनिया में धर्मनगरी के रूप में पहचानी जाने वाले वाराणसी में चन्द्रेश नारायण पाण्डेय ने एक शानदार पहल की है. वह रोजाना इस मंदिर में 100 मास्क चढ़ाते हैं, जिन्हें मंदिर आने वालों को प्रसाद के रूप में बाँट दिया जाता है. भगवान के घर से मिले मास्क को लोग अपने मुंह पर इस उम्मीद से लगाए रहते हैं कि भगवान के घर से यह मास्क मिला है तो कोरोना से हर हाल में बचाएगा.
चंद्रेश नारायण पाण्डेय ने बताया कि कोरोना एक ऐसी महामारी है जिसका कोई इलाज नहीं है. सिर्फ बचाव की कोशिशें ही इंसान को बचा सकती हैं. कोरोना वायरस से बचाने में मास्क की अहम भूमिका होती है. लोग भगवान में श्रद्धा रखते हैं और मंदिर से मिले प्रसाद का सम्मान करते हैं. इसीलिये यह तय किया कि मंदिर से प्रसाद के रूप में मास्क बांटा जाए तो इसके दो फायदे हैं, एक तो ऐसे लोगों को भी मास्क हासिल हो जाता है जो मास्क खरीद नहीं सकते, दूसरे मास्क मंदिर से मिलता है तो उसकी मान्यता अपने आप बढ़ जाती है.
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चन्द्रेश पाण्डेय ने बताया कि जब तक कोरोना महामारी खत्म नहीं हो जाती तब तक इस मंदिर में रोजाना 100 मास्क प्रसाद के रूप में बांटे जायेंगे. जो लोग मास्क लगाकर मंदिर नहीं आते हैं वह भी मंदिर से मिले मास्क का सम्मान करते हैं और उसे धारण कर लेते हैं.