जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली. पंजाब के नये मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अपने सभी मंत्रियों के लिए लक्ष्य निर्धारित करते हुए यह साफ़ कर दिया है कि मंत्री का लक्ष्य अगर पूरा नहीं होता है तो जनता मंत्री को हटाने की मांग कर सकती है. आम आदमी पार्टी के मुखिया और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने रविवार को नयी सरकार के सामने यह साफ़ कर दिया है कि जब पंजाब के लोगों ने आपको 117 में से 92 सीटें दी हैं तो उसे काम भी मिलना चाहिए.
भगवंत मान की सरकार ने 16 मार्च को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के साथ ही सभी पुराने मंत्रियों की सुरक्षा हटा दी है. मुख्यमंत्री ने कहा है कि सुरक्षा अब नेताओं को नहीं जनता को मिलेगी. भगवंत मान ने कहा है कि सरदार भगत सिंह के शहादत दिवस पर वह एक व्हाट्सएप नम्बर जारी करेंगे. अगर कोई किसी काम के लिए रिश्वत की मांग करता है तो उसकी काल रिकार्ड कर इस व्हाट्सएप नम्बर पर डाली जा सकती है. भ्रष्ट अधिकारी के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जायेगी.
नये मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बताया कि पंजाब के विभिन्न सरकारी विभागों में 25 हज़ार रिक्तियां हैं. इसी तरह से पुलिस बल में 10 हज़ार जवानों की कमी है. इन सभी 35 हज़ार पदों पर नियुक्तियों के आदेश दे दिए गए हैं.
भगवंत मान ने नवनिर्वाचित विधायकों से कहा है कि जनता ने हमें 92 लोगों की टीम दी है. इस टीम को हर दिन 18 घंटे काम करना है. उन्होंने कहा है कि हर विधायक अपने निर्वाचन क्षेत्र में अपना एक कार्यालय खोले. इस कार्यालय के खुलने और बंद होने का निश्चित टाइम होना चाहिए. इस कार्यालय पर आने वाले हर व्यक्ति का काम होना चाहिए. किसी को भी यहाँ से निराश होकर नहीं लौटना चाहिए.
आप के मुखिया अरविन्द केजरीवाल ने पंजाब के नवनिर्वाचित विधायकों से कहा है कि दिल्ली की तर्ज़ पर पंजाब में भी काम होगा. जिस तरह से दिल्ली में हर विधायक का सर्वेक्षण कराया जाता है वैसे ही पंजाब में भी कराया जायेगा. दिल्ली के 21 विधायकों की शिकायतें मिली थीं उन्हें दूसरी बार टिकट नहीं दिया गया था. यही प्रक्रिया पंजाब में भी अपनाई जायेगी.
यह भी पढ़ें : 1200 करोड़ की खाद डकार गए अधिकारी
यह भी पढ़ें : लालू यादव पर बहुत जल्द रिलीज़ होगी भोजपुरी फिल्म लालटेन
यह भी पढ़ें : CWC की बैठक में गांधी परिवार ने कहा, हम हर त्याग के लिए तैयार
यह भी पढ़ें : डंके की चोट पर : …तब अखिलेश यादव जाग रहे होते तो आज मुख्यमंत्री होते