वैसे तो सप्ताह का हर दिन किसी न किसी ग्रह से जुड़ा होता है। माना जाता है कि ग्रहों की नाराजगी हंसते खेलते व्यक्ति की जिंदगी को बर्बाद कर सकती है। इसीलिए अगर दिन ग्रह के अनुसार काम किए जाएं तो हमेशा ग्रहों की कृपा आप पर बनी रहेगी, वहीं उनके विपरीत जाकर काम करने से ग्रहों की नाराजगी भी झेलनी पड़ सकती है।
इनमें एक सबसे महत्वपूर्ण ग्रह मंगल है। मंगल ग्रह से ही सारे अच्छे काम होते हैं, तो जानते है कि मंगल दोष से बचने के लिए किन कामों को नहीं करना चाहिए।
मंगल को ना करें ये काम:-
- मंगल का संबंध बड़े भाई से माना गया है। भाई से विवाद मंगल को खराब करता है जिससे दुर्घटना और कष्ट का सामना करना पड़ता है। पारिवारिक जीवन में परेशानी बढ़ती है।
- मंगलवार को गलती से भी उड़द की दाल का सेवन नहीं करना चाहिए। इस दिन उड़द खाने से शनि और मंगल का संयोग आपकी सेहत के लिए कष्टकारी हो सकता है। उड़द का संबंध शनि से है।
- मंगल ग्रह को भूमि पुत्र माना गया है और इस दिन भूमि खोदने से मंगल ग्रह का अशुभ प्रभाव बढ़ता है। इसीलिए इस दिन भूमि भी नहीं खोदना चाहिए। यहां तक कि इस दिन घर की नींव भी नहीं रखनी चाहिए।
मंगल दोष के निवारण:-
- हर मंगलवार को मंगलदेव का विशेष पूजन करना चाहिए। मंगलदेव को प्रसन्न करने के लिए उनकी प्रिय वस्तुओं जैसे तांबा, मसूर, लाल मसूर, गुड़, घी, रक्त चंदन, लाल कनेर का फ़ूल, लाल गेंहु, किसी गरीब को दान करें। इससे मंगल का प्रभाव कम होता है।
- मंगल शरीर में रक्त का कारक होता है और ज्योतिष शास्त्र में मंगल को लाल रंग का प्रतिनिधित्व करने वाला ग्रह माना जाता है। ऐसे में लाल कपड़े दान करने से मंगल दोष का प्रभाव कम होता है। पर लाल रंग के कपड़े कभी ना पहनें।
- गुस्सा करने से मंगल दोष का प्रभाव कम के बजाय और बढ़ जाता है। तो अपने गुस्से पर काबू रखें।
- जिन लोगों की कुंडली में मंगल दोष है वो लोग हर एक मंगलवार को शिवलिंग पर कुमकुम चढ़ायें। इसके साथ ही शिवलिंग पर लाल मसूर की दाल और लाल गुलाब अर्पित करें और मंगलवार को एक समय खाना खाएं।
- मंगल दोष के प्रभाव कम करने के लिए हनुमान चालीसा का पाठ करें।