जुबिली न्यूज डेस्क
पंजाब में कांग्रेस में मचा घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा। पिछले कई माह से पार्टी में रार मची हुई है। पार्टी हाईकमान ने मामले को सुलझाने के लिए नेतृत्व परिवर्तन तक कर दिया बावजूद इसके अब भी घमासान मचा हुआ है।
पंजाब में कांग्रेस में मची कलह को शांत करने के लिए शीर्ष नेतृत्व ने कैप्टन को हटाकर चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बनाया। चन्नी के मुख्यमंत्री बनने के बाद लगा सब ठीक हो जायेगा लेकिन ऐसा हुआ नहीं।
चन्नी को पंजाब का मुख्यमंत्री बनाये जाने से नाराज चल रहे पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने बुधवार को राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से मुलाकात की।
इतना ही नहीं सुनील जाखड़ राहुल-प्रियंका के साथ ही विमान से दिल्ली भी आए हैं। पंजाब की राजनीतिक घटनाक्रम पर अपनी नाराजगी जाहिर करने वाले जाखड़ के अचानक राहुल और प्रियंका से मिलने के बाद एक बार फिर से अटकलें तेज हो गई हैं।
दरअसल कैप्टन के इस्तीफे के बाद भावी मुख्यमंत्रियों की सूची में जाखड़ सबसे आगे चल रहे थे, लेकिन बाजी मारी चरणजीत सिंह चन्नी ने। इसके बाद जाखड़ ने खुलकर नाराजगी जाहिर की थी।
मालूम हो कि नवजोत सिंह सिद्धू से पहले सुनील जाखड़ ही पंजाब कांग्रेस का अध्यक्ष पद संभाल रहे थे।
सूत्रों के अनुसार कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका शिमला से लौटे थे और दोनों बुधवार शाम को चंडीगढ़ से दिल्ली जाने के लिए एक विमान में सवार हुए। जाखड़ भी इस यात्रा में उनके साथ थे।
ऐसा माना जा रहा है कि सुनील जाखड़ को शांत कराने के लिए दिल्ली लाया गया है ताकि उनकी बयानबाजी से पार्टी को नुकसान न पहुंचे। यह भी उम्मीद जतायी जा रही है कि जल्दी ही उन्हें कोई नई जिम्मेदारी दी जा सकती है। पार्टी के चुनावी कैंपेन कमेटी के अध्यक्ष के तौर पर जाखड़ के नाम पर पहले से ही विचार किया जा रहा है।
यह भी पढ़ें : पहले अमरिंदर और अब उनके करीबियों को किनारे लगाने की तैयारी
यह भी पढ़ें : भारत में सबसे अधिक बच्चे पैदा करते हैं मुसलमान : रिपोर्ट
यह भी पढ़ें : बिहार : ‘हर घर नल का जल’ में डिप्टी सीएम की बहू, साले और रिश्तेदारों को मिले ठेके
खबरों के अनुसार, सुनील जाखड़ को चन्नी की सरकार में डिप्टी सीएम बनने का भी ऑफर मिला था लेकिन उन्होंने इसे ठुकरा दिया।
सोमवार को जाखड़ ने कांग्रेस की वरिष्ठ नेता अंबिका सोनी पर भी इशारों में हमला किया। दरअसल अंबिका सोनी ने बयान दिया था कि पंजाब का सीएम कोई सिख नेता ही होना चाहिए।
यह भी पढ़ें : NDA में महिलाओं की एंट्री पर SC ने कहा-इसी साल से करो शामिल, टाल नहीं…
यह भी पढ़ें : ब्रिटेन ने कोविशील्ड वैक्सीन को दी मान्यता, लेकिन अब भी है यह पेच
यह भी पढ़ें : महिलाओं के सम्मान को ठेस पहुंचाई तो होगा ‘दुर्योधन’ और ‘दुशासन’ वाला हश्र : योगी
इससे पहले जाखड़ ने हरीश रावत के उस बयान की भी आलोचना की थी जिसमें उन्होंने कथित तौर पर यह कहा था कि पंजाब में आगामी चुनाव नवजोत सिंह सिद्धू के नेतृत्व में लड़ा जाएगा।
लेकिन बाद में कांग्रेस पार्टी ने खुद इस बयान पर सफाई दी थी और कहा था पंजाब में अगला चुनाव चन्नी और सिद्धू दोनों के नेतृत्व में लड़ा जाएगा।