जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। तीन बार यूपी के मुख्यमंत्री रहे ‘धरतीपुत्र’ मुलायम सिंह यादव पंचतत्व में विलीन हो गए। सैफई में यादव परिवार की कोठी से करीब 500 मीटर दूर मेला ग्राउंड पर उनके पुत्र और उप्र के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उन्हें मुखाग्नि दी।
इससे पूर्व राष्ट्रीय सम्मान के साथ तिरंगे में लाए गए उनके पार्थिव शरीर को मंत्रोच्चार के बीच वैदिक रीति से स्नान कराया गया। चंदन की चिता पर सोय लोहिया के शिष्य मुलायम के अंतिम दर्शन के लिए डेढ़ लाख से ज्यादा लोग सैफई पहुंचे।
उन्हें रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, उप्र के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व ब्रजेश पाठक, उप्र सरकार में मंत्री जितिन प्रसाद, असीम अरुण, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर राव, आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू आदि ने सैफई के लाल को अंतिम विदा दी।
आज सुबह पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने अपने पिता के बिना पहली सुबह की भावना व्यक्त की। उन्होंने लिखा कि आज पहली बार ऐसा लगा है कि बिन सूरज के सवेरा उगा है। अखिलेश यादव ने दो फोटो ट्वीट करने के साथ कैप्शन लिखा, ‘आज पहली बार लगा… बिन सूरज के उगा सवेरा.’ पहली फोटो में अखिलेश यादव मुलायम की जलती हुई चिता को प्रणाम कर रहे हैं तो वहीं दूसरी फोटो में अखिलेश कुछ लोगों के साथ मुलायम सिंह के अंत्येष्टि स्थल पर पहुंचे हुए हैं।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा सरंक्षक मुलायम सिंह यादव का सोमवार को निधन हो गया। 82 साल की उम्र में समाजवादी नेता मुलायम सिंह यादव ने अंतिम सांस ली।
पिछले काफी दिनों से जिंदगी और मौत से लड़ रहे मुलायम सिंह यादव अस्पताल में भर्ती थे लेकिन सोमवार को उनकी सांसों ने उनका साथ छोड़ दिय। सांस लेने में तकलीफ के चलते 2 अक्टूबर को मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव का निधन पर पूरा देश उनको श्रद्धांजलि दे रहा है। पीएम नरेंद्र मोदी, अमित शाह समेत देश के बड़े नेताओं ने नेताजी को श्रद्धांजलि दी है।