- छात्रा कहीं नाम न बोल दे इसलिए दबंगों ने पिला दिया एसिड
- बलिया जिले का है यह मामला
- जिंदगी और मौत से लड़ रही है छात्रा
- डॉक्टर का कहना है कि छात्रा को बोलने में हो रही दिक्कत
जुबिली न्यूज डेस्क
अभी तक बेटियों पर एसिड फेंकने के मामले सामने आ रहे थे, लेकिन अब ऐसिड पिलाने का मामला सामने आया है। बलिया जिले में एक ऐसा ही मामला सामने आया है जिसमें दबंगों ने एक छात्रा को एसिड इसलिए पिला दिया क्योंकि वह छेडख़ानी का विरोध कर रही थी। दंबगों को डर था कि कही छात्रा उनका नाम न बोल दें, इसलिए एसिड पिला दिया।
छात्रा की हालत गंभीर बनी हुई है। इलाज कर रहे डॉक्टरों का कहना है कि उसे बोलने में दिक्कत हो रही है। यह घटना सदर कोतवाली इलाके में शिवपुर दियर के एक गरीब परिवार की बिटिया संग हुई है। गरीबी की वजह से छात्रा के पिता उसे इलाज के लिए वाराणसी नहीं ले जा पाये। जिला अस्पताल ने छात्रा को वाराणसी रेफर कर दिया था, पर पैसे के अभाव में उसके पिता ने बलिया के नजदीक तिखमपुर स्थित शारदा हॉस्पिटल में भर्ती करा दिया। छात्रा जिदंगी और मौत से लड़ रही है।
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छात्रा के साथ यह बर्बरता गांव के ही कुछ दंबगों ने की है। छात्रा ने इसी साल दसवीं की परीक्षा दी है। ये दबंग अक्सर उसके साथ छेडख़ानी करते थे। लड़की के पिता का कहना है कि मेरी बेटी के साथ ये अक्सर छेडख़ानी करते थे। बिटियां ने मुझे पहले बताया था कि राह चलते छेडख़ानी करते हैं, लेकिन मुझे अंदाजा नहीं था कि वह ऐसा कुछ कर देंगे।
घटना के एक हफ्ते बाद लिखा गया मुकदमा
पुलिस पर ऐसे ही आरोप नहीं लगता। इस मामले में भी पुलिस की लापरवाही सामने आई है। घटना के एक बाद पुलिस ने मुकदमा लिखा। उसमें भी पुलिस ने खेल कर दिया है। पहले जिन पांच आरोपियों के खिलाफ मुकदमा लिखा गया था उसमें से दो का नाम पुलिस ने हटा दिया हे। पुलिस पर आरोप लग रहा है कि वह मामले को रफा-दफा करने के फिराक में हैं। वहीं सदर कोतवाली के इंस्पेक्टर ने बताया कि छेडख़ानी का मुकदमा दर्ज हो गया है। छात्रा का इलाज चल रहा है। इस मामले में जो दोषी होगा वह कानून से नहीं बच सकेगा।
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