जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में बीजेपी की सरकार बनने जा रही है। कांग्रेस के हाथ अब छत्तीसगढ़ और राजस्थान दोनों हाथ से निकल गया है।
हालांकि शुरुआती दौर में दोनों जगह कांग्रेस आगे थी लेकिन बाद में वहां पर बीजेपी ने धमाकेदार वापसी की है और कांग्रेस अब दोनों जगह से हार गई है।
वहीं तेलंगाना में कांग्रेस ने केसीआर से सत्ता छीन ली और वहां पर उसकी सरकार बनने जा रही है। उधर कांग्रेस के हाथ से चार स्टेट में तीन स्टेट निकलने से उसपर विपक्षी दलों का दबाव बढ़ता हुआ नजर आ रहा है।
कांग्रेस की हार पर अब सवाल उठ रहा है। दरअसल कांग्रेस की चुनावी रणनीति पर अब विपक्षी दल सवाल उठा रहा है। मध्य प्रदेश में कांग्रेस ने जो बर्ताव समाजवादी पार्टी के साथ किया उसको लेकर मीडिया में भी खूब चर्चा हो रही है।
अब माना जा रहा है कि अखिलेश यादव उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को कितनी सीट दी जाये इसको लेकर कोई कड़ा फैसला ले सकते है।
मध्य प्रदेश में अखिलेश यादव की पार्टी को सीटें देने से मना कर दिया था। इस वजह से सारा विवाद पैदा हुआ। कई ऐसी सीटें हैं, जहां कांग्रेस बीजेपी से जितने वोटों के अंतर से हारी है उससे ज्यादा वोट सपा को मिले हैं।
समाजवादी पार्टी ने सात सीटें मांगी था लेकिन कमलनाथ ने इसे देने से साफ मना कर दिया लेकिन अब जब वो हार गई तो अब कांग्रेस के फैसले पर सवाल उठ रहा है और उसकी आलोचना भी जमकर हो रही है। इसके साथ ही अखिलेश यादव ने भी 70 सीटों पर उम्मीदवार उतार दिए और एमपी में पूरा दम लगा दिया। जिसका नतीजा ये हुआ कि सपा कई सीटों पर कांग्रेस की हार की वजह बनी। चुनावी नतीजों पर गौर करें तो मध्य प्रदेश में कई ऐसी सीटें रही, जहां बीजेपी ने कांग्रेस को जितने वोटों के अंतर से हराया, उससे ज्यादा वोट समाजवादी पार्टी को मिले है।
कई लोग मानते हैं कि अगर कांग्रेस के साथ सपा तालमेल बैठा लेते तो चुनावी नतीजों में अंतर देखने को मिलता। निवाड़ी विधानसभा में बीजेपी ने कांग्रेस को 17,157 मतों से हराया।
जबकि इस सीट पर सपा को 32,670 वोट मिले. चांदला विधानसभा में भी सपा को 24.977 वोट मिले जबकि यहां बीजेपी ने कांग्रेस को 15,491 से हराया।
राजनगर विधानसभा में सपा को 6353 वोटो मिले, यहां कांग्रेस को बीजेपी के हाथों 5867 वोटों से हार का सामना करना पड़ा। अब माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव को लेकर अखिलेश यादव अपने बल पर चुनावी मैदान में उतरेंगे और शायद कांग्रेस को सीट भी न दे।