पॉलिटिकल डेस्क
निर्वाचन आयोग ने ओडिशा के सामान्य पर्यवेक्षक को बुधवार को निलंबित कर दिया है। निलंबन इसलिए हुआ क्योंकि पर्यवेक्षक ने ओडिशा के सम्बलपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हेलीकॉप्टर की कथित रूप से जांच की थी।
आयोग ने निलंबन का कारण बताया है कि कर्नाटक कैडर के 1996 बैच के आईएएस अधिकारी मोहम्मद मोहसिन ने एसपीजी सुरक्षा से जुड़े निर्वाचन आयोग के निर्देश का पालन नहीं किया।
यह घटना 16 अप्रैल की है। घटना के एक दिन बाद पर्यवेक्षक को निलंबित कर दिया गया। भारतीय चुनाव आयोग की ओर से जारी आदेश के मुताबिक, मोहसिन के निलंबन का आदेश मुख्य चुनाव अधिकारी (ओडिशा), जिला चुनाव अधिकारी (सम्बलपुर) और डीआईजी (सम्बलपुर) की ओर से दी गई रिपोर्ट के आधार पर दिया गया।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सम्बलपुर में प्रधानमंत्री के हेलीकॉप्टर की जांच करना निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों के तहत नहीं था। एसपीजी सुरक्षा प्राप्त लोगों को ऐसी जांच से छूट प्राप्त होती है।
जांच की वजह से पीएम को 20 मिनट की हुई देरी
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार ओडिशा के एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने बताया, ‘प्रधानमंत्री मोदी ने एक चुनावी रैली को संबोधित करना शुरू किया था।
इसी दौरान मोहसिन हेलीकॉप्टर के पास तैनात एसपीजी के पास पहुंचे और हेलीकॉप्टर की तलाशी लेने की बात कही। इस पर एसपीजी ने उनसे तलाशी के लिए जरूरी कागजात दिखाने को कहा। इसके बाद उन्हें तलाशी लेने की अनुमति तो दे दी गई लेकिन इससे प्रधानमंत्री को 20 मिनट की देरी हो गई।’
रिपोर्ट के अनुसार, मोहसिन इस समय कर्नाटक के पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग में सचिव हैं। चुनाव आयोग की वेबसाइट के अनुसार उन्हें सम्बलपुर लोकसभा क्षेत्र के तहत आने वाले चार विधानसभा क्षेत्रों- कुचिंदा, रेंगाली, सम्बलपुर और रैराखोल के लिए सामान्य पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है।