न्यूज़ डेस्क
उत्तर प्रदेश के हमीरपुर में रविवार को घर में चोरी करने के मामले में परिजनों के कहने पर ट्रैफिक पुलिस के एक दारोगा ने आठ साल के बच्चे को रस्सी से बांधकर पीटा। पिटाई का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस अधीक्षक ने पूरे मामले की जांच के आदेश सीओ सदर को दिए।
साथ ही बच्चे की पिटाई करने वाले दारोगा को निलम्बित कर दिया। चित्रकूट धाम बांदा मंडल के डीआईजी ने इस पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी है। नगर के कांशीराम काॅलोनी में रामबाबू के आठ साल के पुत्र संदीप ने अपने ही घर से जेवरात चोरी कर किसी को बेच दिए। परिजनों ने बच्चे से पहले प्यार से पूछा लेकिन बच्चे ने अपना मुंह नहीं खोला।
इस पर रामबाबू अपने पुत्र संदीप को लेकर घर से थोड़ी दूर रानी लक्ष्मीबाई तिराहे के पास पहुंचे जहां ट्रैफिक पुलिस के एचसीपी अशफाक हुसैन वाहनों की चेकिंग कर रहे थे।
रामबाबू बच्चे को जबरन घसीटकर ट्रैफिक पुलिस के पास ले गये और दारोगा अशफाक हुसैन से चोरी कबूलवाने के लिये कहा। उन्होंने इस बच्चे को मोटर साइकिल में रस्सी से बांधा और फिर उस पर डंडे बरसाये। बच्चा चीखता और चिल्लाता रहा। मौके पर लोगों की भीड़ लगी रही। बच्चे की पिटाई देख लोगों ने वीडियो बनाया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
वायरल वीडियो का संज्ञान लेते हुये पुलिस अधीक्षक ने ट्रैफिक पुलिस के एचसीपी (दारोगा) अशफाक हुसैन को निलम्बित करके पूरे मामले की जांच सीओ सदर और प्रभारी निरीक्षक ट्रैफिक पुलिस को दे दी।
इधर, इस मामले को लेकर डीआईडी बांदा ने भी पूरी रिपोर्ट मांगी है। बच्चे की पिटाई के आरोप में नपे दारोगा अशफाक हुसैन ने बताया कि परिजन बच्चे को रस्सी से बांधकर उनके पास लाये और कहा कि इसने घर से चोरी की है और जेवरात किसी को दे आया है। माता-पिता के कहने पर सभी के सामने बच्चे को हल्की डंडी लेकर डराया गया था।