जुबिली न्यूज डेस्क
बंगाल राशन घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने बड़ा एक्शन लेते हुए उत्तर 24 परगना जिले से तृणमूल कांग्रेस नेता शंकर आध्या को आधी रात को गिरफ्तार कर लिया. आज उनको मेडिकल के लिए अस्पताल ले जाया गया. शंकर आध्या बनगांव के पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष भी रह चुके हैं.
पिछले दिनों ईडी की टीम पर हमला होने के बाद ये कार्रवाई की गई है. ईडी औक सीआरपीएफ की टीम जब टीएमसी नेता को गिरफ्तार करने उनके घर पहुंची तो देर रात तक टीएमसी समर्थकों ने जमकर बवाल काटा. आखिरकार ईडी शंकर आध्या को गिरफ्तार करने में कामयाब रही.
भीड़ ने ईडी की टीम पर किया था जानलेवा हमला
बता दें कि 24 परगना जिले में ED की टीम पर हुए जानलेवा हमले के बाद से सियासत उबाल पर है. राज्यों में करोड़ों के राशन घोटाले के सिलसिले में एक टीएमसी नेता के घर छापेमारी होनी थी, जहां पहुंचने से पहले ही जानलेवा हमले में ईडी के अधिकारी बुरी तरह से घायल हो गए. इस घटना के बाद ईडी ने बयान जारी कर हमले की पूरी जानकारी दी. पश्चिम बंगाल के 24 परगना ज़िले में संदेशखली में प्रवर्तन निदेशालय की टीम पर हमला हुआ था. ये जगह राजधानी कोलकाता से सिर्फ 80 किलोमीटर दूर है.
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ईडी की टीम तृणमूल नेता के घर पर तलाशी लेने पहुंची थी तो उसी दौरान हिंसक भीड़ ने घेरकर हमला कर दिया. जांच एजेंसी ने बताया कि हिंसक भीड़ के हमले में कई अधिकारियों को चोटें आई हैं. वहीं केंद्रीय बल जिन गाड़ियों में गए थे उन्हें भी गुस्साई भीड़ ने तोड़ दिया. पश्चिम बंगाल में ईडी की टीम पर इस तरह के हमले का यह पहला मामला है. राज्यपाल ने घटना पर नाराज़गी जताते हुए तृणमूल सरकार को चेतावनी दी है.
लोकतंत्र में बर्बरता को रोकना सरकार का कर्तव्य
पश्चिम बंगाल के गवर्नर सीवी आनंद बोस ने कहा कि यह भयानक घटना चिंताजनक और निंदनीय है. लोकतंत्र में बर्बरता को रोकना सरकार का कर्तव्य है. अगर कोई सरकार अपने मूल कर्तव्य में विफल रहती है, तो भारत का संविधान अपना काम करेगा. इस घटना पर बीजेपी भी हमलावर है, जबकि टीएमसी इस पर बचाव कर रही है.