न्यूज डेस्क
प्रवर्तन निदेशालय ने पिछली सरकार में खनन मंत्री रहे गायत्री प्रजापति और पांच आईएएस समेत करीब 15 लोगों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया है। देवरिया, शामली, फतेहपुर और कौशांबी में हुए खनन घोटाले के तहत ईडी ने यह कार्रवाई की है।
ईडी ने जिनके खिलाफ मामला दर्ज किया है, उनमें कई बड़े अफसर और तत्कालीन डीएम शामिल है। इनमें आईएएस अभय सिंह, आईएएस खनन जीवेश नंदन, आईएएस संतोष कुमार, आईएएस विवेक सहित दर्जनभर खनन से जुड़े अधिकारियों का पट्टा धारक आरोपी हैं।
गौरतलब है कि ईडी ने बीते दिनों हमीरपुर खनन घोटाले के मामले में पूर्व मंत्री गायत्री से चार दिन पूछताछ की थी। इससे पहले सीबीआइ ने जुलाई में खनन घोटाले में ताबड़तोड़ छापेमारी कर फतेहपुर व देवरिया में भी खनन घोटाले में मुक़दमे दर्ज किये थे।
इनमे पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति के अलावा फतेहपुर के तत्कालीन डीएम अभय सिंह, आईएएस अधिकारी जीवेश नंदन, संतोष कुमार, देवीशरण उपाध्याय व तत्कालीन डीएम देवरिया को नामजद किया था।
बता दें कि उत्तर प्रदेश में सपा सरकार में मंत्री रहे गायत्री प्रजापती के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शिकंजा कस दिया है। हाल ही में पुलिस व ईडी के तमाम अफसरों की मौजूदगी में लखनऊ जेल में बंद गायत्री से पूछताछ की। उन्होंने माइनिंग लीज से संबंधित डील और उसके बाद हुए फर्जीवाड़े के बारे में पूछताछ की थी। यह मामला 2012 से 2016 के बीच का है।
इस साल की शुरुआत में हमीरपुर में हुए खनन घोटाले में मुकदमा दर्ज करते हुए सीबीआई ने हमीरपुर की जिलाधिकारी रहीं बी चंद्रकला समेत 11 लोगों को नामजद किया था। साथ ही 12 स्थानों पर छापेमारी कर अहम दस्तावेज बरामद किए गए थे। इसी आधार पर प्रवर्तन निदेशालय ने भी केस दर्ज किया था।