स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। आर्थिक सुस्ती को लेकर पिछले कई दिनों से आलोचना का सामना कर रही मोदी सरकार अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए कई तरह के उपाय कर रही है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण शनिवार को नेशनल मीडिया सेंटर में एक बार फिर सरकार का बचाव करते हुए पत्रकारों से बातचीत में कहा कि हमारा फोकस होम बायर्स, एक्सपोर्ट और टैक्स रिफॉर्म पर है। उन्होंने अर्थव्यवस्था को ठीक करने की बात कही है।
उन्होंने कहा कि 19 सितंबर को बैंकों के प्रमुख के साथ बैठक करेंगी। उन्होंने बताया कि महंगाई दर अब चार फीसदी के नीचे हैं। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इसके साथ यह भी कहा कि आयात और रियल स्टेट के क्षेत्र में सरकार कदम उठाएंगी ।
बैकिंग क्षेत्र में सरकार ने जो कदम उठाया है उसका असर अब दिख रहा है। उन्होंने बताया कि सरकार का लक्ष्य है कि 2022 तक किसानों की आय दोगुनी की जाये। बता दें कि एक महीने में उनकी तीसरी प्रेस वार्ता वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने की है।
निर्मला सीतारमण ने बताया कि छोटे डिफॉल्ट में अब आपराधिक मुकदमा नहीं चलेगा। वहीं 25 लाख रुपये तक के टैक्स डिफॉल्टर्स पर कार्रवाई के लिए सीनियर अधिकारियों की मंजूरी जरूरी होगी।
बताते चले कि अर्थव्यवस्था में सुस्ती को लेकर विपक्ष सरकार पर लगातार हमलावर है। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा है कि केंद्र सरकार ने जिस तरह से नोटबंदी की और जीएसटी जैसी नीतियों को लाने का काम किया है उसके कारण ही अर्थव्यवस्था पटरी से उतर गई है।
उन्होंने कहा कि सरकार यह तक स्वीकार करने को तैयार नहीं है कि देश की अर्थव्यवस्था संकट में घिर गई है। पूर्व प्रधानमंत्री ने सरकार से कहा है कि वह अखबारों की सुर्खियों से बाहर निकलकर आर्थिक चुनौतियों से निपटने के लिए जरूरी कदम उठाए।