जुबिली न्यूज डेस्क
हरियाणा में किसानों का गुस्सा चरम पर है। तीन कृषि कानूनों के खिलाफ गुस्साए किसानों ने भाजपा और जजपा के नेताओं व मंत्रियों के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है।
मंगलवार को ऐसा ही कुछ हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के साथ हुआ। मंगलवार को गुस्साएं किसान उनके आवास के बाहर जुट गए और नारेबाजी करने लगे।
किसानों के गुस्से को देखते हुए डिप्टी सीएम चौटाला के सिरसा से बाहर निकलने के लिए राज्य सरकार की ओर से हेलिकॉप्टर का प्रबंध किया गया था। दोपहर बाद कड़ी सुरक्षा के बीच वह सिरसा से बाहर निकल सके। किसानों ने चौटाला को काले झंडे दिखाते हुए नारेबाजी की।
डिप्टी सीएम चौटाला के होली पर्व पर सिरसा प्रवास के दौरान किसान गुस्साए रहे। किसानों ने दुष्यंत को होली के अवसर पर अपने समर्थकों के बीच मिठाई बांटने से रोक दिया।
ये भी पढ़े : कोरोना के बढ़ते मामले देख केंद्र सरकार ने राज्यों से क्या कहा?
ये भी पढ़े : चोटिल श्रेयस अय्यर की जगह ऋषभ पंत बने दिल्ली कैपिटल्स कप्तान
किसानों ने जब पुलिस लाइन में डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला को लेने आए हेलिकॉप्टर को देखा तो अलर्ट हो गए और एकत्रित होकर काले झंडे उठाए और विरोध जताते हुए पुलिस लाइन के मेन गेट तक पहुंच गए।
आक्रोशित किसानों को रोकने के लिए पुलिस लाइन के इर्द-गिर्द भारी पुलिस बल तैनात किया गया था लेकिन किसान रूके नहीं। पुलिस द्वारा लगाए गए बैरिकेड्स के ऊपर किसानों ने चढ़कर चौटाला को काले झंडे दिखाते हुए नारेबाजी की।
ये भी पढ़े : बंगाल में बीजेपी जीती तो इस नेता को बनायेगी सीएम?
ये भी पढ़े : 2021 में 2019 से भी कम रह सकती है भारत की जीडीपी
आक्रोशित किसान हेलीपैड तक पहुंचने की जिद्द करते रहे मगर पुलिस ने जैसे-तैसे उनको रोक लिया।
गोपाल कांडा को भी पुलिस ने दी चेतावनी
दूसरी ओर विधानसभा सत्र के दौरान सिरसा के विधायक गोपाल कांडा द्वारा किसानों को काली भेड़े कहने से भड़के किसान मंगलवार दोपहर कांडा के सिरसा स्थित ऑफिस में नारेबाजी करते पहुंचे और पुतला दहन किया।
इस मौके पर किसान नेता रणधीर जोधका ने कहा कि अगर कांडा ने किसानों से माफी मांगते हुए विधानसभा में दिया अपना बयान वापस नहीं लिया तो उनका हाल पंजाब के अबोहर के भाजपा विधायक से भी बुरा होगा। गोपाल कांडा को गांव में नहीं घुसने देंगे। इस दौरान गोपाल कांडा के ऑफिस पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया था।