जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। देश की अर्थव्यवस्था को लेकर एक बड़ी जानकारी सामने आ रही है। दरअसल सांख्यिकी मंत्रालय ने मंगलवार को एक आंकड़ा जारी किया हैं।
ये आंकड़े उम्मीद के मुताबिक नहीं रहे है और देश की इकोनॉमी पर ओमिक्रॉन का असर देखने को मिल रहा है और ग्रोथ मार्च की तिमाही में 5 फीसदी से नीचे आ पहुंची है।
सांख्यिकी मंत्रालय द्वारा मंगलवार को जारी आंकड़ों की माने तो जनवरी-मार्च के बीच देश की जीडीपी में 4.1 फीसदी की वृद्धि हुई लेकिन आपकी जानकारी के लिए बताना चाहते हैं कि अक्टूबर-दिसंबर तिमाही के दौरान भारत की अर्थव्यवस्था में 5.4 फीसदी की वृद्धि हुई थी।
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वहीं अगर पूरे वित्त वर्ष 2021-22 की बात की जाये तो ये ग्रोथ 8.7 फीसदी रही। वहीं जानकारों की माने तो हाल में ओमिक्रॉन और रूस-यूक्रेन के बीच छिड़ी जंग की वजह से देश की ग्रोथ पर इसका गहरा असर पड़ा है। जनवरी में ओमिक्रॉन से लोगों काफी परेशानी उठानी पड़ी है। इस वजह से ग्रोथ पर इसका असर देखने को मिल रहा है।
वहीं फरवरी और मार्च माह में यूक्रेन-रूस जंग की वजह से भारत समेत ग्लोबली इकोनॉमी पर गहर असर देखने को मिला। जंग अब भी जारी है और इस वजह से कई चीजे प्रभावित होती दिख रही है। ऐसे में सरकार की तरफ से जो आंकड़ा दिखाया गया है उसमें ओमिक्रॉन और यूक्रेन-रूस जंग का असर देश की इकोनॉमी पर पड़ता नजर आ रहा है।
उधर सरकार ने जैसे ही आंकड़ा जारी किया तो वैसे ही निवेशकों ने भी सतर्कता बरतनी शुरू कर दी है। वहीं कच्चे तेल की कीमतों में उछाल से बाजार पर असर देखने को मिल रहा है। इतना ही नहीं शेयर बाजारों में तीन दिनों से जारी तेजी पर मंगलवार को ब्रेक लगता नजर आया।