जुबिली न्यूज़ डेस्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में करीब ढाई महीनों के बाद रौनक लौटती नजर आ रही है। गृह मंत्रालय द्वारा जारी दिशा-निर्देशों और राज्य सरकार से मिली अनुमति के बाद आज सार्वजनिक स्थानों में चहल-पहल बढ़ गई है। बड़े-बड़े मॉल्स के ताले तो खुल गए हैं लेकिन दुकानों के शटर अब भी गिरे हुए नजर आये।
हालांकि कोरोना संक्रमण पर अब तक काबू नहीं पाया गया है, लेकिन तमाम सावधानियों के साथ एक बार फिर प्रदेश को पटरी पर लाने की कोशिश की जा रही है। लेकिन राजधानी के सभी प्रतिष्ठित शॉपिंग मॉल्स की दुकानें सोमवार को पूरी तरह बंद रही। वजह साफ थी शॉपिंग मॉल के व्यापारी पिछले ढाई महीने से लॉकडाउन की मार झेल रहे थे।
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लॉकडाउन के बाद जब छूट मिली तो उन पर एक नयी आफत टूट पड़ी। कारोबारियों की मांग है की वो अब लॉकडाउन की अवधि का किराया और कॉमन एरिया मेंटेनेंस शुल्क, अगले 12 माह के किराए एवं मेंटीनेंस शुल्क वो कहां से दें?
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उत्तर प्रदेश आदर्श व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष संजय गुप्ता ने कहा किराए के भुगतान की समस्या से पूरे देश के व्यापारी परेशान हैं। उन्होंने कहा शॉपिंग मॉल के व्यापारियों के सामने किराए के साथ- साथ कॉमन एरिया मेंटेनेंस शुल्क की दोहरी मार पड़ती है और लॉकडाउन के कारण संक्रमण की चिंता के चलते शॉपिंग मॉल्स में जनता/ ग्राहकों की आमद पहले की अपेक्षा बहुत कम रहने की उम्मीद है।
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ऐसे में शॉपिंग मॉल के व्यापारी घाटे में चले जाएंगे और उनके सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो जाएगा। राजधानी के शॉपिंग मॉल के व्यापारी मोहम्मद अफजल, जीशान, अशोक, आशीष ने बताया शॉपिंग मॉल में किराया दुकान के कारपेट एरिया में 50% जोड़ कर सुपर एरिया का लिया जाता है।
कारोबारियों ने बताया दुकानें छोड़ने पर फर्नीचर, डेकोरेशन, इंटीरियर में लगा लाखों रुपया जीरो हो जाएगा और व्यापारियों की पूरी पूंजी डूब जाएगी। व्यापारियों ने कहा यदि किराया कम नहीं हुआ तो लगातार घाटा होगा।
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अतः लॉकडाउन की अवधि का किराया मॉल प्रबंधन द्वारा माफ किया जाना अति आवश्यक है तथा व्यापार में आगे टिके रहने हेतु 12 माह का किराया और मेंटेनेंस शुल्क कम किया जाना अति आवश्यक है। व्यापारी नेता संजय गुप्ता ने जिला प्रशासन और शासन से इस विषय पर अभिभावक के रूप में हस्तक्षेप करते हुए सहयोग की मांग की।
इन बड़े मॉल की दुकाने नहीं खुली
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के चर्चित मॉल सहारागंज, फिनिक्स, फन मॉल, सिटी मॉल, वन अवध मॉल के कारोबारियों ने दुकाने बंद रखकर इनका पुरजोर विरोध किया। इसके अलावा प्रदेश के अन्य जिलों गोरखपुर, बरेली, नोएडा में भी बंद रहीं शॉपिंग मॉल की दुकानें बंद रखी गयी।
ये है मांग
- लॉकडाउन की अवधि का किराया माफ करने
- कॉमन एरिया मेंटेनेंस शुल्क पूरी तरह से माफ किए जाने
- अगले 12 माह के लिए किराए और मेंटेनेंस शुल्क में कमी किए जाने
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