- योगी सरकार ने6 प्रकार के भत्ते भी बंद किए गए हैं
- सचिवालय भत्ता और पुलिस भत्ता भी शामिल है
- योगी सरकार के इस निर्णय से प्रदेश के 16 लाख कर्मचारी प्रभावित होंगे
स्पेशल डेस्क
लखनऊ। अभी हाल में ही मोदी सरकार ने कोरोना वायरस की त्रासदी के बीच गुरुवार को बड़ा कदम उठाते हुए एक जुलाई 2021 तक केंद्रीय कर्मचारियों को मिलने वाले डीए पर रोक लगा दी थी। अब योगी सरकार ने कोरोना वायरस और लॉकडाउन को देखते हुए केंद्र की तरह अपने कर्मियों को भी जोरदार झटका दिया है। उत्तर प्रदेश सरकार ने यूपी के 16 लाख से ज्यादा कर्मचारियों को झटका देते हुए महंगाई भत्ते पर रोक लगाने का फैसला किया है।
इतना ही नहीं यूपी सरकार ने कुल छह तरह के भत्ते को फिलहाल स्थगित करने का निर्णय लिया है। इसके साथ ही योगी सरकार ने महंगाई भत्ते (डीए) पर भी रोक लगा दी है। अब कर्मचारियों और पेंशनरों को डीए भी नहीं मिलेगा।
इस तरह से एक जनवरी 2020 से जून 2021 तक डीए बंद करने का फैसला किया गया है। इसके अलावा सचिवालय भत्ता, पुलिस भत्ता भी बंद कर दिया गया है। कोरोना की वजह से योगी सरकार ने इस तरह का सख्त कदम उठाया है। योगी के इस कदम से सूबे के 16 लाख से ज्यादा कर्मचारियों को नुकसान उठाना पड़ेगा।
वहीं 11.82 लाख पेंशनरों भी प्रभावित होगे। हालांकि सरकार के इस कदम से करीब 10 हजार करोड़ रुपये की बचत होने की बात भी सामने आ रही है। बता दें कि यूपी में कोरोना वायरस तेजी से फैल रहा है। लखनऊ में करीब 200 लोग कोरोना की चपेट में है।