जुबिली न्यूज डेस्क
Donald Trump: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) की टैरिफ पॉलिसी ने अमेरिका के भीतर ही भूचाल ला दिया है। जहां पहले ट्रंप के दोबारा राष्ट्रपति बनने पर जनता ने जश्न मनाया था, वहीं अब अमेरिका के 50 राज्यों में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं।
Donald Trump:
लोगों का आरोप है कि ट्रंप की टैरिफ नीति से देश में महंगाई बढ़ रही है, नौकरियां जा रही हैं और मिडिल क्लास की कमर टूट रही है। यही नहीं, प्रदर्शनकारी ‘ट्रंप-मस्क गो बैक’ जैसे नारे लगाकर अपनी नाराजगी जता रहे हैं।
क्यों हो रहा है ट्रंप का इतना विरोध?
ट्रंप के खिलाफ जनता का गुस्सा सिर्फ टैरिफ तक सीमित नहीं है। विरोध के कई बड़े कारण हैं:
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टैरिफ नीति से बढ़ती महंगाई: विदेशी सामान महंगे हो गए हैं, मिडिल क्लास पर दबाव बढ़ा है।
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छंटनी और डिपोर्टेशन की नीतियां: कंपनियां कर्मचारियों की छंटनी कर रही हैं, सामूहिक डिपोर्टेशन ने डर का माहौल बना दिया है।
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अर्थव्यवस्था पर दबाव: एक्सपर्ट्स का मानना है कि टैरिफ से अमेरिका की अर्थव्यवस्था कमजोर हो रही है।
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मानवाधिकार उल्लंघन: सिविल राइट्स ग्रुप्स और महिला संगठनों ने ट्रंप सरकार पर मानवाधिकारों का हनन करने का आरोप लगाया है।
1200 से ज्यादा जगहों पर प्रदर्शन
5 अप्रैल से शुरू हुआ “हैंड्स ऑफ प्रोटेस्ट” अब देशव्यापी आंदोलन बन चुका है।
शनिवार को ही 1200 से अधिक स्थानों पर प्रदर्शन हुए, जिनमें हजारों लोगों ने भाग लिया।
वहीं, रविवार को ‘हैंड्स-ऑन’ रैली में करीब 1400 से ज्यादा रैलियां निकाली गईं, जिसमें 6 लाख से ज्यादा प्रदर्शनकारियों ने रजिस्ट्रेशन कराया।
प्रदर्शनकारियों ने अपने मुंह पर पट्टी बांध कर और स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी के अवतार में उतरकर अपनी आवाज बुलंद की।
उनका साफ संदेश था — “हमारे अधिकारों से दूर रहो!”
क्या है टैरिफ का असर?
ट्रंप की टैरिफ नीति के तहत, विदेशी कंपनियों को अमेरिका में अपने उत्पाद बेचने के लिए ज्यादा टैक्स देना पड़ रहा है।
इसका असर सीधे तौर पर अमेरिकी उपभोक्ताओं पर पड़ा है:
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विदेशी सामान महंगा हुआ, जिससे मिडिल क्लास की जेब पर असर पड़ा।
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अमेरिका जो दुनिया में सबसे ज्यादा आयात करता है, उसकी जरूरतों पर सीधा असर पड़ा है।
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इलेक्ट्रॉनिक्स, दवाइयां, कपड़े, गाड़ियां, प्लास्टिक, मेटल जैसी रोजमर्रा की चीजें महंगी हो गई हैं।
अमेरिकियों का कहना है कि यह नीति अमेरिका से ज्यादा रूस और अन्य देशों के हित में दिख रही है। लोग ट्रंप पर दूसरे देशों के फायदे के लिए काम करने का आरोप लगा रहे हैं।
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2020 के बाद सबसे बड़ा विरोध आंदोलन
विशेषज्ञों का मानना है कि यह प्रदर्शन 2020 के ब्लैक लाइव्स मैटर आंदोलन के बाद ट्रंप के खिलाफ सबसे बड़ा जन आंदोलन बन चुका है।
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि वे अमेरिका में लोकतंत्र और अपने अधिकारों की रक्षा के लिए लड़ रहे हैं।