न्यूज डेस्क
पिछले कुछ दिनों से अमेरिका और ईरान के बीच तनाव अभी कम नहीं हुआ है। जनरल कासिम सुलेमानी की मौत के बाद से जो तनातनी दोनों के बीच बढ़ी उससे ऐसे कयास लगाये जाने लगे थे कि कही ये तनातनी एक विशाल रूप न ले ले। हालांकि धीरे-धीरे सब कुछ नार्मल होता नजर आ रहा है।
इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान के सर्वोच्च नेता आयतुल्ला अली खामनेई को संभल कर बात करने की नसीहत दी हैं। ये बात राष्ट्रपति ट्रंप ने ईरान की राजधानी तेहरान में खामनेई की टिप्पणी के बाद कही हैं।
The so-called “Supreme Leader” of Iran, who has not been so Supreme lately, had some nasty things to say about the United States and Europe. Their economy is crashing, and their people are suffering. He should be very careful with his words!
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) January 17, 2020
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने ट्वीट कर लिखा कि ईरान के कथित ‘सर्वोच्च नेता’ जो अब सर्वोच्च नहीं रहे, उन्होंने अमरीका और यूरोप के बारे में कुछ घटिया बातें कहीं हैं। उनकी अर्थव्यवस्था खराब हो रही है, उनके लोग संकट में हैं। उन्हें अपने शब्दों को लेकर बहुत सतर्क रहना चाहिए। खामनेई ने जो अपने भाषण में जो भी बोला वह उनकी भूल है।
अपने अगले ट्वीट में ट्रंप ने ईरान के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि ईरान के वे लोग, जो अमेरिका से प्यार करते हैं, एक ऐसी सरकार डिजर्व करते हैं, जो उन्हें मारने की बजाय उनके सपनों को पूरा करने में दिलचस्पी रखती है। उन्होंने अपने ट्वीट में ईरानी नेताओं से अपील की कि उन्हें अपने देश को बर्बादी की ओर ले जाने की बजाय आतंक को छोड़ देना चाहिए।
दरअसल ईरानी नेता खामनेई ने अपने भाषण में अमेरिका को ‘बुरा’ और ब्रिटेन, फ्रांस तथा जर्मनी को ‘अमेरिका का प्यादा’ बताया था। इसके साथ ही उन्होंने ट्रंप पर हमला बोला था। यही नहीं उन्होंने राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप की सरकार को शैतान की सरकार बताया और ट्रंप को जोकर बता दिया।
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