जुबिली न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली. आपको रानू मंडल याद है क्या? वही रानू मंडल जो पश्चिम बंगाल के राणाघाट स्टेशन पर लता मंगेशकर का गाना गाकर भीख मांगती थी. जिसे हिमेश रेशमिया ने रातों-रात स्टार बना दिया था. वह रानू मंडल अब कहाँ हैं, क्या कर रही हैं, किसी को पता है क्या?
साल भर पहले नवरात्रि आयी थी तो देश का शायद ही कोई पंडाल बचा हो जहाँ पर “तेरी मेरी कहानी” को न बजाया गया हो. यह गीत देखते ही देखते सुपरहिट हो गया था. हर जगह सिर्फ रानू मंडल की ही चर्चा थी. रेलवे स्टेशन से उठाकर मुम्बई लाई गईं रानू मंडल की देखते ही देखते तकदीर बदल गई थी. कोरोना का संकट आया तो बहुत सी चीज़ों के साथ ही रानू मंडल की किस्मत भी बदल गई.
यह भी पढ़ें : दिल्ली में सजेंगे रामलीला और दुर्गापूजा के पंडाल
यह भी पढ़ें : देश के 31 राज्यों में बगैर इन्टरव्यू मिलेगी सरकारी नौकरी
यह भी पढ़ें : नयी दृष्टि और भारतीयता के वाहक थे फिराक
यह भी पढ़ें : डंके की चोट पर : इज्जत टीआरपी में नहीं खबर की सच्चाई में है
अँधेरे से चकाचौंध में पहुँचीं रानू मंडल की किस्मत में फिर से अँधेरा छा गया. रानू मंडल कहने को तो अभी भी मुम्बई में ही हैं लेकिन न आज उनके पास कोई काम है और न ही कोई आज उन्हें पूछने वाला है. जैसे-जैसे दिन गुज़र रहे हैं रानू मंडल अपने पुराने दौर में लौटती नज़र आ रही हैं.