जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
लखनऊ. मेरठ के चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के छात्र अब नई शिक्षा नीति के तहत पढ़ाई के लिए तैयार हो गए हैं. इस विश्वविद्यालय के छात्र अब गिल्ली डंडा, कंचे और गुट्टे जैसे खेलों के बारे में न सिर्फ पढ़ाई करेंगे बल्कि विश्वविद्यालय परिसर में वह इन खेलों को खेलते हुए भी दिखाई देंगे.
फिजीकल एजुकेशन के बोर्ड ऑफ़ स्टडीज़ की बैठक में यह फैसला लिया गया है. विश्वविद्यालय के कला संकाय के अध्यक्ष प्रो. नवीन चन्द्र लोहानी ने बताया कि पहली बार ऐसा पाठ्यक्रम तैयार किया गया है जिसमें छात्रों को परम्परागत खेलों के बारे में विस्तार से जानकारी दी जायेगी. छात्र गिल्ली डंडा, कंचे और गुट्टे जैसे खेल खेलेंगे और इसका बाकायदा अभ्यास भी करेंगे. बीए में शारीरिक शिक्षा के पाठ्यक्रम के तहत इन खेलों को पढ़ाया जाएगा.
उन्होंने बताया कि पाठ्यक्रम में कुश्ती और कबड्डी जैसे खेलों को भी शामिल किया गया है. इन खेलों के ज़रिये ओलम्पिक तक पहुँचने वाले उत्तर प्रदेश के खिलाड़ियों को पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा ताकि नये छात्र उनसे प्रेरणा ले सकें और इन खेलों के ज़रिये देश में अपना और प्रदेश का नाम रौशन कर सकें.
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विश्वविद्यालय का पाठ्यक्रम तैयार करते समय पहले तय हुआ था कि बाबा रामदेव, ओशो रजनीश, चौधरी चरण सिंह और योगी आदित्यनाथ को पाठ्यक्रम में शामिल किया जाए ताकि विद्यार्थी यह जान सकें कि चांदी का चम्मच लेकर पैदा होने वाले ही तरक्की नहीं करते बल्कि गरीबी में पैदा हुए लोग भी अपनी मेधा के बल पर अपना मुकाम बना लेते हैं. बीए के पाठ्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की किताब हठयोग स्वरूप और साधना को पढ़ाया जाएगा.