जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
लखनऊ. मोहर्रम को लेकर योगी सरकार अपनी गाइडलाइन दे चुकी है लेकिन इसके बावजूद प्रदेश के कई जिलों में अभी भी असमंजस की स्थिति बनी हुई है. जौनपुर के शाहगंज में पुलिस की गैर जिम्मेदाराना हरकत की वजह से माहौल बिगड़ा और सरकार को फ़ौरन गाइडलाइन जारी करनी पड़ी. इसके बावजूद पुलिस और प्रशासन अजादारों की राह में रोड़े बिछाने में लगे हैं.
गोंडा के कर्नेलगंज इलाके में बड़ी संख्या में सुन्नी मुसलमान ताजिये रखते हैं और उन्हें 10 मोहर्रम को दफ्न किया जाता है. सरकार ने ताजिये रखने की छूट दे दी है तो जिला प्रशासन ने उस जगह पर तार की बाड़ लगवा दी है जहाँ ताजिये दफ्न किये जाते हैं. जिस जगह पर पिछले कई दशक से ताजिये दफ्न हो रहे हैं उस जगह को बंद किये जाने से कर्नेलगंज गोंडा में माहौल खराब हो रहा है.
शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे जवाद ने इस सम्बन्ध में गोंडा के डीएम से बात की तो उन्होंने कहा कि जिस जगह पर ताजिये दफ्न होते हैं वह जगह एसडीएम कर्नेलगंज के आधीन आती है, आप उनसे बात कर लें. एसडीएम कर्नेलगंज के मोबाइल पर उन्होंने कई बार सम्पर्क किया लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया.
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कर्नेलगंज गोंडा से बड़ी संख्या में आज ताज़ियेदार लखनऊ आये और हुसैनी टाइगर्स के चेयरमैन शमील शम्सी से मुलाक़ात की. शमील शम्सी ने भी एसडीएम को फोन मिलाया लेकिन उनका नम्बर नहीं उठा. ताजिया दफ्न करने की जगह को तार की बाड़ से घेरना और एसडीएम द्वारा फोन न उठाना हालात को एक बार फिर शाहगंज की तरफ ही ले जा रहा है.