जुबिली न्यूज़ डेस्क
भोपाल। कोरोना के मामले देश में कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं। यही वजह है कि प्रशासन लगातार जनता को सोशल डिस्टेंसिंग बनाने की अपील कर रहा है।
इस बीच मध्य प्रदेश से एक बेहद ही चौंकाने वाला मामला देखने को मिला जहां पति को कोरोना फोबिया की वजह से पत्नी से सोशल डिस्टेंसिंग बनाना महंगा पड़ गया। पत्नी अपने पति की मर्दानगी पर सवाल उठाते हुए कोर्ट पहुंच गई।
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पत्नी ने पति पर आरोप लगाया कि उसका पति दांपत्य जिम्मेदारी निभाने के लिए लायक नहीं है। महिला के अनुसार शादी के बाद पति पास नहीं आते थे। जब लड़की को शक हुआ तो उसने ये बात अपने परिजनों को बताई। परिजनों ने युवक से बात की, लेकिन कोई हल नहीं निकल सका।
महिला की माने तो जिससे उसने जीवनभर का रिश्ता जोड़ा, वही दूरी बना रहा था। उसने यह बात अपने परिजन को बताई। मायके वालों ने पति से बात करना चाही, लेकिन उसने सही तरीके से उत्तर नहीं दिया।
ससुराल वालों की प्रताड़ना और पति की बेरुखी को देखते हुए वह मायके आ गई और दो महीने यहीं रही। महिला का कहना है कि उसका पूरा जीवन पड़ा है, लिहाजा भरण- पोषण का खर्चा दिया जाए।
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मामला कोर्ट पहुंचने के बाद कोर्ट में खुलासा किया कि शादी के बाद ही पत्नी के परिवार वाले पॉजिटिव हो गए। युवक का कहना था कि जब घर वाले पॉजिटिव थे, तो हो सकता है कि उसे और पत्नी को भी कोरोना हो।
यही कारण है कि वह पत्नी के पास जाने में झिझकता रहा और लगातार सोशल डिस्टेंसिंग के नियम का पालन करता रहा। मेडिकल रिपोर्ट में भी पति फिट पाया गया।
काउंसलिंग के दौरान पता चला कि पति को कोराना फोबिया है। पत्नी ने उस पर झूठा आरोप लगाया था। महिला और उसके परिजन की काउंसलिंग की गई। उसके बाद महिला अपने पति के साथ ससुराल जाने को तैयार हो गई। काउंसलर ने हिदायत दी कि वह आगे से किसी प्रकार के झूठे आरोप नहीं लगाए।
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