न्यूज़ डेस्क
लखनऊ। शायद ही कोई ऐसी सास- बहू हो जिनके बीच कभी नोक-झोक न हुई हो। लेकिन उनकी लड़ाई कुछ पल की होती है ऐसे में बेटे का बीच में बोलना किसी औरत के लिए इतनी मुसीबतें पैदा कर देगा, शायद ये किसी ने सोचा होगा।
ताजा मामला यूपी के कानपुर से सामने आया है। जहां मां से विवाद के बाद बेटे ने प्रेग्नेंट बीवी को तीन तलाक दे दिया। आरोप है कि इस दौरान पति ने अपनी पत्नी की पिटाई कर दी, जिससे उसे गर्भपात हो गया।
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पीड़िता ने किदवई नगर थाना में शिकायत की। लेकिन, वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने उसकी एक न सुनी और उसे थाने से टरका दिया। इसके बाद महिला अपने मायके चली गई।
कानपुर के जूही परम पुरवा निवासी युवती की शादी 2011 में अंबेडकरनगर के रहने वाले चमड़ा का काम करने वाले से हुई थी। महिला के 3 बच्चे हैं। महिला ने बताया कि वह 2 माह की गर्भवती थी। रमजान में रोजा रखने के कारण 10 मई को उसकी तबीयत खराब हो गई। इस दौरान घर में काम में देरी होने लगी।
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आरोप है कि खाना बनाने में देरी और घर के कामों में देरी के कारण सास ने गाली-गलौज की और उसे बुरी तरीके से पीटा। पति ने उसे तीन तलाक दे दिया है। जब वह रोने लगी तो पति ने भी उसके साथ हाथापाई की। मारपीट के दौरान जमीन पर गिर गई, जिसके चलते उसका गर्भपात हो गया।
गर्भपात होने पर लहूलुहान हालत में वह किदवई नगर थाने पहुंची। जहां मौजूद सिपाहियों ने उसकी एक न सुनी। इसे पारिवारिक विवाद बताते हुए उसे टरका दिया। आरोप है कि उसकी ऐसी हालत देखने के बाद भी थाने में मौजूद सिपाहियों ने उसकी एक न सुनी और वह रोती बिलखती अपने मायके चली गई। जहां उसका इलाज चल रहा है।
मामले की जानकारी जब पुलिस महानिरीक्षक मोहित अग्रवाल को हुई तो उन्होंने कहा अभी प्रार्थना पत्र उनके पास नहीं आया है। फिर भी प्रभारी निरीक्षक को निर्देश दिए हैं कि इसकी जांच करके दो दिन में रिपोर्ट प्रस्तुत करें।
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