जुबिली न्यूज़ डेस्क
भारत और चीन के बीच लद्दाख सीमा पर स्थिति खराब होती जा रही है। बीती रात यहां पैंगॉन्ग त्सो झील पर एलएसी के पास दोनों देशों के सैनिकों के बीच गोलीबारी की घटना हुई। इस मामले में चीन की सरकारी मीडिया ‘ग्लोबल टाइम्स’ ने भारतीय सैनिकों पर फायरिंग करने का आरोप लगाया है।
फ़िलहाल बताया ये जा रहा है कि पहले चीन की ओर से भारतीय क्षेत्र में पहले फायरिंग की गई। इसके बाद ही भारत की तरफ से जवाबी कार्रवाई हुई। हालांकि अभी ये दावा किया जा रहा है कि स्थिति नियंत्रण में है। इस घटना में अहम बात ये है कि 1975 के बाद से सीमा पर अब तक कभी भारत और चीन के सैनिकों के बीच इस तरह से फायरिंग नहीं हुई है। यानी की ये पहली घटना है।
इस मामले में चीनी रक्षा मंत्रालय, चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के वेस्टर्न थियेटर कमान के प्रवक्ता कर्नल झांग शुइली की बयान जारी किया है। इसमें उन्होंने कहा कि भारतीय सैनिकों की ओर से कथित ‘उकसावे’ की कार्रवाई की गई, जिससे चीनी सैनिकों की ओर से जवाबी कार्रवाई की गयी।
Chinese border defense troops were forced to take countermeasures to stabilize the situation after the #Indian troops outrageously fired warning shots to PLA border patrol soldiers who were about to negotiate, said the spokesperson. https://t.co/wwZPA6BMDA
— Global Times (@globaltimesnews) September 7, 2020
वहीं भारतीय सेना के सूत्रों ने इस बात की पुष्टि की है कि ‘वार्निंग शॉट्स’ फायर किए गए थे। चीन की नजर हमारे ब्लैक टॉप और हेल्मेट टॉप पर है। इसके बाद से सीमा पर तैनात जवान हाई अलर्ट पर हैं, जब से चीन की ओर से इन दोनों चोटियों पर कब्जा करने की कोशिश की गई है। हमारे जवानों ने इन दोनों चोटियों को पूरी तरह से नियंत्रण में ले रखा है।
वाहनों में लग रहा नाइट विज़न
इस बीच भारतीय सेना चीन से निपटने के लिए हर तैयारी कर रही है। तनाव के दौरान अब भारतीय सेना अपने उन हमला करने वाले वाहनों को अपग्रेड करने में जुटी है, जो रात को काम नहीं कर सकते। यानी अब इन वाहनों में नाइट विज़न लगाया जाएगा, ताकि आधी रात को भी इनका इस्तेमाल किया जाए।
बता दें कि 30 अगस्त की रात चीन की साजिशों को नाकाम करते हुए भारतीय सेना ने पैंगॉन्ग त्सो झील के दक्षिणी हिस्से में मौजूद एक अहम चोटी पर वापस कब्जा कर लिया था। यह रणनीतिक रूप से काफी अहम मानी जाती है। यहां से चीनी सैनिक कुछ मीटर की दूरी पर ही हैं।
गौरतलब है कि लद्दाख में पिछले कई दिनों से हालात खराब हैं और हर रोज सीमा पर कुछ ना कुछ हो रहा है। ऐसे में भारतीय सेना अभी से ही तैयारी में जुटी है, ताकि अगर हालात और भी बिगड़ते हैं तो मोर्चे पर डटा जा सके। चीन की ओर से सीमा पर लगातार उकसाया जा रहा है और घुसपैठ की कोशिश की जा रही है।