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मुम्बई : रक्षा मंत्रालय ने चोरी हुई राफेल डील से जुडी फाईलों को लेकर बड़ा खुलासा किया है। एक आरटीआई रिपोर्ट में मामले में आतंरिक जांच केआदेश देने की बात सामने आई है।
दरअसल मुंबई के आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली ने रक्षा मंत्रालय से चोरी हुई राफेल फाइलों को लेकर की गई कार्रवाही के सम्बन्ध में जानकारी मांगी थी, जिसके जबाव में रक्षा मंत्रालय की तरफ से कहा गया कि राफेल सौदे में गोपनीय सूचना के खुलासे को लेकर आंतरिक जांच के आदेश दिए गए हैं।
आपको बता दें कि मुंबई के आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली ने रक्षा मंत्रालय में एक आरटीआई दायर की थी. इस आरटीआई में उन्होंने पूछा था कि क्या प्रधानमंत्री कार्यालय एवं रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण को चोरी हुई फाइलों की जानकारी थी या नहीं और अगर थी तो क्या इस मामले में पुलिस में कोई शिकायत दर्ज कराई गई?
जिसका जवाब देते हुए हवाई खरीद और सीपीआईओ हवाई अधिग्रहणशाखा के उपसचिव सुशील कुमार ने बताया कि मंत्रालय ने आंतरिक जांच के आदेश दिए हैं।
इसके साथ ही अनिल गलगली ने रक्षा मंत्रालय से यह जानने की भी कोशिश की थी कि रक्षा मंत्रालय को कब पता चला था कि राफेल डील से जुडी फाईलें चोरी हो गई हैं और उसे लेकर मंत्रालय के अधिकारीयों ने कौन सी कार्रवाही की थी?
वहीं इस पूरे मसले पर अनिल गलगली का कहना हैं कि हाई प्रोफाइल मामला होने से सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में अलग-अलग दावे किए हैं तो फिर ऐसे में सरकार को जानकारी देने में संकोच नहीं करना चाहिए।
उनका कहना है कि सरकार जब इससे जुड़ी जानकारी सुप्रीम कोर्ट में दे सकती हैं तो इसे सार्वजनिक करना चाहिए, जिससे राफेल डील और उसके दस्तावेजों पर जनता खुद निर्णय ले सके।
क्या कहा था अटॉर्नी जनरल ने
अटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल ने मार्च में बताया था कि राफेल विमान सौदे से संबंधित दस्तावेज रक्षा मंत्रालय से चोरी नहीं हुए थे। अदालत के पूर्व के आदेश पर पुनर्विचार की मांग कर रहे याचिकाकर्ता ‘मूल दस्तावेजों की फोटोकॉपी’ का इस्तेमाल कर रहे हैं।