जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। श्रीलंका में राष्ट्रपति के बाद नए प्रधानमंत्री की घोषणा शुक्रवार को कर दी गई है। 72 साल के दिनेश गुणवर्धने श्रीलंका के नये पीएम की जिम्मेदारी निभाते नजर आयेंगे। संसद में सदन के नेता ने शुक्रवार को पीएम पद की शपथ ली।
पिछली गोटबाया-महिंदा सरकार में गुणवर्धने विदेश मामलों और शिक्षा मंत्री के तौर पर काम कर चुके हैं। गुणवर्धने के परिवार का भारत के साथ गहरा नाता रहा है।
उनके पिता फिलिप गुणवर्धने ने भारत की आजादी के लिए लड़ाई लड़ी थी। संयुक्त राज्य अमेरिका और नीदरलैंड में शिक्षित दिनेश गुणवर्धने एक ट्रेड यूनियन नेता और अपने पिता फिलिप गुनावर्धने की तरह सेनानी के तौर काम कर चुके हैं जबकि श्रीलंका में फिलिप गुनावर्धने को श्रीलंका में समाजवाद के जनक के रूप में जाना जाता है।
आर्थिक संकट से जूझ रहे पड़ोसी देश श्रीलंका में हालात और खराब होते नजर आ रहे हैं। आर्थिक संकट से जूझ रहे श्रीलंका में ईंधन के साथ-साथ खाद्य पदार्थों और दवाइयों की जबरदस्त कमी हो गई है, इस बीच श्रीलंका के नए राष्ट्रपति को भी चुन लिया गया था । श्रीलंका के नये राष्ट्रपति के तौर रानिल विक्रमसिंघे को चुना गया था । उन्हें सांसदों ने अपना नया राष्ट्रपति चुना था ।
यह भी पढ़ें : महंत नरेन्द्र गिरी की मौत मामले में तीनों आरोपित CBI की रिमांड पर
यह भी पढ़ें : ममता बनर्जी ने चलाये बीजेपी पर तीखे तीर
बता दें कि विक्रमसिंघे अभी श्रीलंका के कार्यवाहक राष्ट्रपति का पद संभाल रहे हैं। नए राष्ट्रपति के चुनाव के लिए संसद में श्रीलंकाई के सभीसांसद मौजूद थे। आज संसद में पूर्व प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे भी मौजूद थे।
राष्ट्रपति चुनाव से पहले श्रीलंकाई संसद के बाहर सुरक्षा भी बढ़ा दी गई थी।वहीं सभी पार्टियों ने अपने सांसदों को फरमान जारी किया किया था कि अपने वोट की तस्वीरें क्लिक करें। जिसके बाद संसद में फोन नहीं लाने के आदेश जारी कर दिए।