न्यूज डेस्क
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) आंदोलन की पहचान बन चुका शाहीन बाग दिल्ली विधानसभा चुनाव में बड़ा मुद्दा बना हुआ है। सत्ताधारी दल से लेकर विपक्ष तक शाहीन बाग में हो रहे आंदोलन को अपने-अपने हिसाब से चुनावी फायदे के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं।
हालांकि इस बीच बीजेपी नेता लगातार शाहीन बाग में प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों के खिलाफ आग उगल रहे हैं। चाहे बीजेपी एमपी प्रवेश कुमार या फिर केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर या फिर गिरिराज सिंह सभी नेता शाहीन बाग के आंदोलन पर लगातार हमलावर हैं।
इस बीच पश्चिम बंगाल के बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष ने मंगलवार को एक विवादित बयान दे डाला। उन्होंने पूछा कि शाहीन बाग में प्रदर्शनकारियों को कुछ क्यों नहीं हो रहा है, जबकि दिल्ली में भीषण ठंड पड़ रही है। वे लोग खुले आसमान में प्रदर्शन कर हे हैं।
दिलीप घोष ने हैरानी जताते हुए कहा कि महिलाओं और बच्चों समेत प्रदर्शन में शामिल लोग बीमार क्यों नहीं पड़े या मर क्यों नहीं रहे हैं, जबकि वे हफ्तों से खुले आसमान के नीचे प्रदर्शन कर रहे हैं।
बीजेपी सांसद ने कहा कि नोटबंदी के दौरान लाइन में लगने से कई लोगों की मौत की खबर आई थी लेनिक खुले आसमान के नीचे सर्द मौसम में बैठ कर धरना देने से कोई नहीं मर रहा है। क्या उन्होंने कोई अमृत पी लिया है। बीजेपी सांसद ने यह भी जानना चाहा कि आखिरकार इस प्रदर्शन के लिए रकम कहां से आ रही है।
घोष ने कहा, ‘हमें पता चला है कि सीएए के खिलाफ प्रदर्शन कर रही महिलाएं और बच्चे दिल्ली की सर्द रातों में खुले आसमान के नीचे बैठे हैं। मैं हैरान हूं कि उनमें से कोई बीमार क्यों नहीं हुआ? उन्हें कुछ हुआ क्यों नहीं? एक भी प्रदर्शनकारी की मौत क्यों नहीं हुई?’ उन्होंने कहा कि यह बेहद चौंकाने वाला है। क्या उन्होंने कोई अमृत पी लिया है कि उन्हें कुछ हो नहीं रहा है। लेकिन बंगाल में कुछ लोगों द्वारा घबराहट में खुदकुशी करने का दावा किया जा रहा है।
बता दें कि दक्षिणी दिल्ली के शाहीन बाग में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ सैकड़ों महिलाएं कई दिनों से प्रदर्शन कर रही हैं। यहां करीब एक महीने से भी ज्यादा समय से प्रदर्शन चल रहा है। इस प्रदर्शन के चलते नोएडा को दिल्ली से जोड़ने वाली राह कालिंदी कुंज बंद पड़ा है, क्योंकि महिलाएं सड़क पर ही टेंट लगाकर प्रदर्शन कर रही हैं। ऐसे में लोगों को दूसरे मार्ग से दिल्ली या नोएडा जाना पड़ रहा है। इसके चलते लोगों को भारी जाम का सामना करना पड़ रहा है।