जुबिली न्यूज डेस्क
पश्चिम बंगाल में 27 मार्च को पहले चरण के लिए वोटिंग होने जा रही है। इससे पहले सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। बरमूडा वाले बयान पर बंगाल बीजेपी के चीफ दिलीफ घोष ने सफाई देते हुए कहा कि, ‘वह (ममता बनर्जी) हमारी मुख्यमंत्री हैं। हम उनसे अपेक्षा करते हैं कि वे बंगाल की संस्कृति के अनुरूप उचित कार्य करेंगी। महिलाओं का साड़ी में पैर दिखाने अनुचित है। लोग आपत्ति कर रहे हैं। मुझे यह आपत्तिजनक लगा तो मैंने यह बात कही।’
बता दें कि दिलीप घोष ने बुधवार को एक रैली में कहा है कि अगर ममता बनर्जी अपना पैर दिखाना चाहती हैं तो फिर वे साड़ी की बजाय बरमूडा पहन सकती हैं। घोष के इस बयान के बाद कई टीएमसी नेताओं ने निशाना साधा।
सामने आए वीडियो में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को ममता की पैर की चोट पर सवाल उठाते देखा जा सकता है। वे रैली में कहते हैं, ”लोग उनका चेहरा नहीं देखना चाहते हैं, इसीलिए वह अपना टूटा हुआ पैर दिखा रही हैं। उन्होंने साड़ी पहन रखी है, जिसकी वजह से उनका एक पैर कवर है, जबकि दूसरा दिख रहा है। कभी किसी को इस तरह साड़ी पहने नहीं देखा। अगर आप अपना पैर दिखाना चाहती हैं तो फिर बरमूडा पहन लें।”
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दिलीप घोष ने आगे कहा कि मुझे नहीं पता कि वे डॉक्टर कहां से आए हैं, जिन्होंने उनके बाएं पैर में प्लास्टर लगा दिया, जबकि चोट उन्हें दाएं पैर में लगी थी। हमने कोई रिपोर्ट नहीं देखी है। अगर कोई फ्रैक्चर हुआ होता, तो प्लास्टर को दो दिनों में नहीं हटाया जा सकता था। इसमें कम से कम 21 दिन लगते हैं। ये डॉक्टर्स कहां के थे।
हाल ही में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री बने तीरथ सिंह रावत भी अपने एक पुराने बयान को लेकर सुर्खियों में थे। उन्होंने लड़कियों को फटी जींस नहीं पहने की नसीहत दी थी। उनका मानना था कि फटी जिंस पहनना भारतीय संस्कृति के खिलाफ है। हालांकि बाद में इस मामले पर विवाद बढ़ता देख उन्होंने अपने बयान पर खेद जताया था।