जुबिली न्यूज डेस्क
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे आने के बाद जहां डेमोक्रेट के खेमे में खुशी की लहर है तो वहीं राष्ट्रपति ट्रंप की रिपब्लिकन पार्टी में मतभेद नजर आने लगे हैं। राष्ट्रपति ट्रंप अभी भी अपनी हार मानने को तैयार नहीं हैं।
डेमोक्रेट जो बाइडन की जीत पर लोग उन्हें बधाई दे रहे हैं। वहीं पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश ने भी जो बाइडन को बधाई दी है और कहा है कि चुनाव निष्पक्ष हुए, लेकिन रिपब्लिकन पार्टी के कुछ और बड़े नेताओं ने अभी तक राष्ट्रपति ट्रंप की हार को स्वीकार नहीं किया है।
हाउस ऑफ रिप्रेजेंंटेटिव्स में पार्टी के नेता केविन मैक्कार्थी ने कहा है कि पहले हर कानूनी चुनौती पर विचार किया जाना चाहिए।
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वहीं राष्ट्रपति ट्रंप अभी भी ट्विटर पर दावा कर रहे हैं कि मतदान में धोखा हुआ और चुनाव परिणाम को ‘चुरा’ लिया गया। हालांकि ट्विटर ने उनके दावे को ‘विवादित’ बताया है।
ट्रंप चुनाव से पहले से चुनाव की निष्पक्षता पर सवाल उठाते आ रहे हैं। वह पहले भी कह चुके हैं कि यदि वह चुनाव हारेंगे तो कोर्ट में हार को चुनौती देंगे।
राष्ट्रपति ट्रंप ने कई ट्वीट किए हैं जिनमें एक में उन्होंने लिखा है,”हम मानते हैं कि ये लोग चोर हैं….ये एक चुराया हुआ चुनाव था।”
….Where it mattered, they stole what they had to steal. @newtgingrich
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) November 8, 2020
हालांकि, रिपब्लिकन पार्टी में कई लोग राष्ट्रपति चुनाव से नतीजों को स्वीकार करने का अनुरोध कर रहे हैं।
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साल 2000 के राष्ट्रपति चुनाव में जॉर्ज डब्ल्यू बुश की ओर से फ्लोरिडा में मतों की दोबारा गिनती करवाने के लिए कानूनी रणनीति बनाने वाले वकील बेन गिन्सबर्ग ने अमरीकी टीवी चैनल सीबीएस से कहा कि “ट्रंप को थोड़ा ठहरकर, नतीजों को देखना चाहिए”।
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गिन्सबर्ग ने राष्ट्रपति को सीधे संबोधित करते हुए कहा, “ये एक लोकतंत्र है। ये वो देश है जो आपके लिए बहुत अ’छा रहा है। आपको केवल इतना करना है कि आप संस्थाओं का आदर करें और इनमें सबसे महान संस्था हमारे चुनाव हैं जिनसे कि सत्ता का शांतिपूर्ण हस्तांतरण होता है। और आप उसको तहस-नहस नहीं कर सकते।”