मल्लिका दूबे
गोरखपुर। ‘टिक-टाक” के लिए स्टंट वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर लाइमलाइन में आने की चाह में एक किशोर के जिंदगी की घड़ी हमेशा के लिए बंद हो गयी। यूपी के गोरखपुर में सोशल मीडिया पर अपलोड करने के लिए नदी में डाइविंग का वीडियो बनवा रहा किशोर दूसरी छलांग में नदी से जिंदा नहीं निकला, निकाली गयी तो उसकी लाश। टिक-टाक शार्ट वीडियो बनाने और इसे सोशल मीडिया पर शेयर करने का एक ऐप है और वर्तमान में किशोरों और बच्चों में इसका जबरदस्त क्रेज है।
गोरखपुर के खोराबार थानाक्षेत्र में एक गांव है प्यासी। यहां के पूर्व कोटेदार मनोज चौधरी का बेटा कक्षा दस में पढ़ता था। रविवार दोपहर में वह गांव के अपने दो दोस्तों के साथ समीप ही चंदाघाट के पीपा पुल पर चला गया। वहां पहुंचकर उसे टिक-टाक के लिए वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल करने की सूझी।
उसने दोस्तों से कहा कि वह पुल पर खड़े होकर मोबाइल से उसके डाइविंग स्टंट का वीडियो बनाएं। उसने पहली छलांग लगायी और कुछ देर बाद वापस निकला। स्टंट की दूसरी डाइव लगाने के बाद वह वापस नहीं निकला। नदी में गहरे पानी में चले जाने से वह डूबने लगा। उसे डूबता देख वीडियो बना रहे दोस्त चीखने-चिल्लाने लगे। इस पर आसपास के कुछ लोग नदी में उसे बचाने को कूदे लेकिन जब तक उसे बाहर निकाला गया उसकी सांसें हमेशा के लिए थम चुकी थीं।