न्यूज़ डेस्क
लखनऊ। उन्नाव गैंगरेप केस में बसपा प्रमुख मायावती ने यूपी पुलिस को नसीहत क्या दी विभाग ने पिछले दो साल का रिकॉर्ड ही खोलकर रख दिया। यूपी पुलिस ने दावा करते हुए ट्वीट कर लिखा आंकड़े अपने आप बोलते हैं। जंगल राज अतीत की बात है, अब नहीं।
पिछले 2 साल में 5178 मुठभेड़ की घटनाएं हुईं, जिसमें 103 अपराधी मारे गए और 1859 घायल हुए। 17745 अपराधियों ने सरेंडर किया या खुद बेल रद्द कराकर जेल चले गए।
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आपको बता दे कि उन्नाव केस पर बोलते हुए मायावती ने कहा था, यूपी पुलिस को हैदराबाद पुलिस से सीखना चाहिए। महिला डॉक्टर के साथ हुई दरिंदगी में पुलिस ने जो आरोपियों के साथ किया उससे रेपिस्टों के मन में डर पैदा होगा। ऐसा ही डर यूपी पुलिस को भी आरोपियों के मन में लाना चाहिए।
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तभी प्रदेश में रोजना हो रही रेप गैंगरेप की घटनाओं पर लगाम लगाया जा सकता है। यूपी पुलिस तो आरोपियों (रेपिस्टों) को सरकारी मेहमान बनाकर रखती है। ये हमारे लिए बड़ी ही शर्म की बात है। इससे पीड़ित परिवार को इंसाफ भी नहीं मिलता।
क्या है उन्नाव का मामला
उन्नाव में गैंगरेप पीड़िता को गुरुवार को जिंदा जला दिया गया। युवती के साथ गैंगरेप करने वाले आरोपियों ने आपने साथियों के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया। कुछ दिन पहले ही आरोपियों जेल से जमानत पर बाहर आए थे। पीड़िता 90% से ज्यादा जल गई है।
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उसे गुरुवार देर शाम लखनऊ से एयर एंबुलेंस के जरिए दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल लाया गया। पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी समेत पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। खबर लिखें जाने तक पीड़िता की हालत काफी नाजुक थी।