जुबिली पोस्ट ब्यूरो
लखनऊ। महोबा जिले में मरीजों और घायलों को अस्पताल पहुंचाने के लिये चलायी गयी 108 एम्बुलेंस सेवा मजाक बनाकर रह गयी है। गुरुवार को फोन करने के बाद जब एम्बुलेंस नहीं आयी तो गरीब युवक अपनी बीमार मां को ठेलिया में लेटाकर इलाज कराने जिला अस्पताल पहुंचा।
तपती धूप में दो किमी तक ठेलिया खींचने में गरीब युवक पसीने से तरबतर हो गया। महोबा नगर के समदनगर निवासी शहीदन (70) पत्नी मुहम्मद हनीफ गुरुवार को बीमार पड़ गयी। उसकी हालत बिगड़ने पर परिजनों ने 108 एम्बुलेंस को फोन किया, मगर एम्बुलेंस उसे नहीं मिली।
एम्बुलेंस न आने से बीमार मां को ठेलिया में लेटाकर पुत्र मुहम्मद अजीज व उसकी पत्नी ठेलिया खींचते जिला अस्पताल पहुंचे, जहां अस्पताल में उसे भर्ती कराया गया। अजीज ने बताया कि मां की आवाज निकलनी बंद हो गयी।
हालत नाजुक होने पर तुरंत इलाज के लिये जिला अस्पताल में भर्ती कराने के लिये एम्बुलेंस को फोन किया गया लेकिन जब सेवायें उपलब्ध नहीं हुई तो तब मजबूरी में ठेलिया में लिटाकर मां को जिला अस्पताल लाया गया है। उसने बताया कि इस मामले को लेकर जिलाधिकारी और मुख्य चिकित्साधिकारी को शिकायती पत्र देकर कार्रवाई की मांग की गयी है।
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. सुमन सिंह ने कहा कि एम्बुलेंस सेवा फोन कॉल के जरिए लखनऊ से कंट्रोल होती है। कभी- कभी यातायात समस्या के कारण भी व्यवधान आता है। इस मामले में गाड़ी समय पर क्यों नहीं पहुंची, कहां की रह गई। इसक पता लगवाया जाएगा।